टीएनपी डेस्क(TNP DESK):सोशल मीडिया पर रोजाना कुछ ना कुछ ट्रेंड करता है, जहां कुछ वीडियो या फोटो को देखकर आपको अंदर से बहुत ज्यादा गुस्सा आता है तो वहीं कुछ तस्वीरें ऐसी होती हैं जो दिल को सुकून देनेवाली होती है,जिसको देखकर आपका दिल पिघल जाता है एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जहां एक सुनार की दरियादिली पर लोग अपना दिल हार रहे है.हर तरफ सुनार की तारीफ हो रही है वह भी क्यों ना उसने काम ही ऐसा किया है.

सोने से खरा निकला सुनार का दिल

आजकल सोना लाखों रुपए पहुंच चुका है, जिसको खरीदना है हर किसी के बस की बात नहीं है. लोग सोना खरीदना तो दूर उसके बारे में सोच भी नहीं रहे है, लेकिन जब दिल में प्यार और किसी को कुछ देने की चाहत हो तो फिर भगवान भी आपका साथ जरूर देता है. दरअसल 93 साल के एक बुजुर्ग दादाजी अपनी पत्नी के साथ एक सुनार दुकान में पहुंचे जहां उन्होनें मंगलसूत्र दिखाने की बात कही. जब दुकान ने मंगलसूत्र दिखाया तो लेकिन इस बुजुर्ग दंपत्ति के पास महज 1120 रुपये ही थे, जो उन्होने भीख मांगकर जुटाई थी, लेकिन सुनार ने महज़ 20 रुपये लेकर कीमती मंगलसूत्र बुज़ुर्ग दंपत्ति को सौंप दिया, जिसका वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा ट्रेंड कर रहा है.

 झोले में सिक्का लेकर मंगलसूत्र ख़रीदने पहुंचे 93 साल के बुजुर्ग

वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे एक 93 साल के बुजुर्ग दादाजी अपनी पत्नी के साथ महाराष्ट्रा के संभाजी नगर स्थित गोपिका ज्वैलर्स में पहुंचते हैं और 10, 20 और 100 के नोट गिनना शुरू करते हैं जो महज 1120 रुपये ही होते है, जब यह काम पड़ जाता है तो फिर बुज़ुर्ग दादा जी एक झोले से सिर्फ एक पोटली निकलाते है और उसके बाद दुकान के मालिक ने जो किया वह एक सोने से खरे दिल की पहचान देती है.

पढ़ें पूरा मामला

यह पूरा मामला महाराष्ट्र का है जहां गोपिका ज्वैलर्स नाम की दुकान चलाने वाले नीलेश की खिवंसरा ने अपनी दरियादिली से पूरे देश का दिल जीत लिया है, उन्होने बताया गया कि उनके यहां लाखों ग्राहक आते हैं जो मोल भाव करते है, ऐसा लगता है मानो उनके पास जेब में देने को पैसे ही नहीं है, लेकिन यह बुजुर्ग दादा जी सिर्फ एक मंगलसूत्र लेना चाहते हैं वह भी फ्री में नहीं.इसलिए वह बार-बार पैसे लेने की जिद कर रहे थे उनकी जिद्द के आगे मैं भी हार गया और मैंने 10-10 के दो नोट अपने पास रख लिया.

बुजुर्ग दंपत्ति की आंखों में प्यार स्वाभिमान देख मेल्ट हो गया दुकानदार का दिल

आपको बताये कि 93 साल के शिंदे जी और उनकी पत्नी शांताबाई संभाजी नगर की गलियों में भीख मांग कर अपना गुजारा करते हैं कितने दिनों से भी जोड़ जोड़कर एक पोटली में 1120 रुपये जमा किए थे और कुछ सिक्के भी उनके पास थे. वे बहुत ही सम्मान के साथ अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र खरीदना चाहते थे.उनकी आंखों में स्वाभिमान और प्यार ने गोपिका ज्वैलर्स के मालिक का दिल जीत लिया और फिर अन्होने तोहफे के रूप में महज 20 में ही सोने का मंगलसूत्र भेंट में दे दिया.

कोई इतना प्यार कैसे कर सकता है 

नीलेश खिवंसरा ने बताया कि वह बुजुर्ग दम्पति मुझसे दया की भीख मांगने नहीं आए थे बल्की ये बहुत ही भोले भाले थे,उनकी आंखों में स्वाभिमान और प्यार सभी लोग देख पा रहे थे. मुझे भरोसा नहीं हो पा रहा था कि आज भी लोग इतनी उम्र हो जाने के बाद भी अपनी पत्नी से इतना ज्यादा प्यार कर सकते है इनके इन प्यार ने मेरा दिल जीत लिया.