बक्सर(BUXER):पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर अंजाम दिया गया, वहीं इसके बाद भारत-पाक के बीच तनाव का माहौल है, जिसको देखते हुए देश के सैनिकों की सारी छुट्टियां रद्द कर दी गई है, सभी सवान जो घर पर आये हुए थे, सभी को सरहद की सुरक्षा के लिए बुलावा आ चुका है, सभी अपने-अपने घरों से सीमा पर पहुंच रहे है.जवानों में देश सेवा का जुनून और जज्बा देखा जा रहा है.वहीं बिहार के एक सेना जवान ने देश भक्ति की अखी मिसाल पेश की है.जहां बक्सर जिला अंतर्गत डुमरांव अनुमंडल के नंदन गांव के 26 वर्षीय आर्मी जवान त्यागी यादव अपनी शादी के अगले ही दिन ड्यूटी पर लौटकर यह साबित कर दिया कि उनके लिए राष्ट्रसेवा सर्वोपरि है.
शादी के एक दिन बाद ही देश सेवा के लिए निकला फौजी
आपको बताये कि त्यागी यादव की शादी 7 मई को भोजपुर जिले के केसठ गांव की प्रिया कुमारी से पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुई थी. गुरुवार को बारात नंदन गांव लौटी ही थी कि शुक्रवार को ड्यूटी का बुलावा आ गया.जिसके बाद उन्होने बिना किसी संकोच के अपने नवविवाहित जीवन को एक ओर रखते हुए जम्मू-कश्मीर की ओर देश की रक्षा के लिए निकल पड़े.
कही ऐसी बात की बन गई मिसाल
देश के जवान त्यागी यादव ने ड्यूटी पर रवाना होते समय कहा कि देश से बड़ा कुछ नहीं होता है.उन्होने कहा कि अगर देश के लिए जान भी देनी पड़ी, तो पीछे नहीं हटेंगे.उनके इस जज्बा की तारीफ हर गांव और जिले में हो रही है. सभी लोग उनके साहस और समर्पण की सराहना कर रहे है.वहीं त्यागी यादव की नवविवाहिता पत्नी प्रिया कुमारी ने भी अपने फौजी पति के इस फैसले का पूरा समर्थन किया है, प्रिया ने कहा है कि मैं जानती हूं कि सैनिक की पत्नी होने का क्या अर्थ होता है.मुझे अपने पति पर गर्व है और मैं हर परिस्थिति के लिए तैयार हूं.
पूरा परिवार साथ है
आपको बताये कि त्यागी का परिवार पहले से ही सैन्य परंपरा से जुड़ा रहा है. उनके चचेरे भाई ओम प्रकाश यादव जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में 47 बटालियन आरआर में तैनात हैं, जबकि मामा मंगल यादव भी भारतीय सेना में सक्रिय सेवा में है. तीन पीढ़ियों से यह परिवार देश सेवा में जुटा हुआ है.त्यागी के इस फैसले ने न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे नंदन गांव और बक्सर जिले को गौरवान्वित कर दिया है. गांव के बुजुर्गों और युवाओं का कहना है कि त्यागी का साहस और समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा.
Recent Comments