टीएनपी डेस्क: यूपी के फतेहपुर से एक हृदय विधायक घटना सामने आई है जिसे देखकर हर किसी का कलेजा पर पसीज रहा है. बताया जा रहा है कि  कोतवाली क्षेत्र के लखीमपुर गांव एक गरीब पिता अपने नवजात बेटे की इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा. लेकिन डॉक्टरों की अनदेखी और लापरवाही की वजह से उस मासूम ने 10 मिनट में ही दम तोड़ दिया. पिता ने रोते हुए अस्पताल के डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने समय रहते ना तो जांच की और ना ही ऑक्सीजन लगाया. पिता ऑक्सीजन लगाने की गुहार लगाता रहा लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है जिसमें बच्चे का पिता फूट फूट कर रोते हुए नजर आ रहा है.

पिता जमीन पर बैठकर रोते हुए कह रहा है कि उसका बस एक ही बेटा था. उसने डॉक्टर से कहा कि मेरे बेटे को ऑक्सीजन लगा दो लेकिन उन्होंने ऑक्सीजन नहीं लगाया, पिता रोते हुए कह रहा है कि मेरे बच्चे को किसी ने हाथ तक नहीं लगाया. उसका कहना है कि डॉक्टरों ने बच्चों को छूने तक से इनकार कर दिया. बेबस और लाचार पिता यह कहते हुए भी नज़र आ रहा है कि मैं चार दिन से भूखा हूं. अपने बच्चे को लेकर इलाज के लिए यहां पहुँचा. अब जब इसकी मां को उसके बारे में पता चलेगा तो वह तो मर ही जाएगी. वहीं मौजूद आसपास लोगों की भी आवाज आ रही है लोग कह रहे हैं कि यहां डॉक्टर की अभी ड्यूटी नहीं लगी है. डॉक्टर चेंज हो गए हैं. अब जो हो गया सो हो गया.

लेकिन इस वीडियो को देखकर आपको इतना तो समझ आ ही जाएगा कि एक अस्पताल में इलाज न मिलने की वजह से एक मासूम की जान चली जाती है. लाचार पिता रो रो कर गुहार लगाता रहता है लेकिन कोई भी उसकी नहीं सुनता है. अस्पताल में मौजूद स्टाफ उसके साथ बेरुखी से व्यवहार करते हैं. इस तरह की घटना अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही और अमानवीय व्यवहार को दर्शाती है. वहीं जब ये मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.