टीएनपी डेस्क(TNP DESK):डॉक्टर को धरती का दूसरा भगवान कहा जाता है जब दुनिया के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं तो भगवान के बाद लोग डॉक्टर को याद करते है, लेकिन यही डॉक्टर कभी-कभी इतने हैवान हो जाते हैं कि उनकी करतूतों को देखकर लोगों की रूह कांप जाती है. एक ऐसा ही खौफनाक मामला बेंगलुरु से सामने आया है, जहां एक डॉक्टर ने अपनी पत्नी को दवा का ओवरडोज देकर जान से मार दिया है. इसके पीछे की वजह सुनेंगे तो कहेंगे कि ये डॉक्टर है या हैवन. दरअसल डॉक्टर ने अपनी पत्नी की जान इसलिए ले ली क्योंकि वह उसकी गैस की बीमारी से परेशान था.

पत्नी के साथ किया दुश्मन जैसा सलूक

घर में जब कोई डॉक्टर बन जाता है तो लोगों को उम्मीद हो जाती है कि अब कोई भी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या होने पर उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी,लेकिन एक डॉक्टर ने अपना ही परिवार यानि अपनी पत्नी के साथ ऐसा सलूक किया है जो एक दुश्मन भी दुश्मन के साथ करने से पहले सौ बार सोचता है. पूरा मामला बेंगलुरु के विक्टोरिया हॉस्पिटल के एक 32 साल के डॉक्टर जनरल सर्जन डॉक्टर महेंद्र रेड्डी का है.जिसने अपनी चिकित्सा डिग्री का इस्तेमाल अपनी पत्नी की जान बचाने के लिए नही बल्कि जान से मारने के लिए किया है.

मौत के 6 महीने बाद खुला राज

बताया जा रहा है कि इस मौत को 6 महीने तक प्राकृतिक मौत माना गया लेकिन जांच के बाद लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई.जब इसकी गहन जांच की गयी तो पाया गया कि ये एक सुनियोजीत तरीके से हत्या की साजिश थी.जिसमे महिला का पति जो डॉक्टर था उसने ही उसके साथ विश्वास घात किया था और उसकी जान ले ली थी.जांच में ख़ुलासा हुआ कि डॉक्टर कृतिका रेड्डी की मौत के जिम्मेदार उनके पति ही बेहोशी की जानलेवा ख़ुराक देकर पत्नी की हत्या की थी.

11 महीने पहले यानि मई 2024 में हुई थी शादी

इस मामले में 14 अक्टूबर को डॉक्टर महेंद्र को गिरफ़्तार किया गया. पुलिस की माने तो महेंद्र ने जानबुझकर अपनी पत्नी को बेहोसी की दवा देकर मार दिया. जानकारी के मुताबिक महेंद्र रेड्डी की शादी कृतिका रेड्डी से 11 महीने पहले यानि मई 2024 में हुई थी.जब आप इसके पीछे की हैरान करने वाली वजह सुनेंगे तो आपका सिर भी चकरा जाएगा. बताया जा रहा है कि डॉक्टर अपनी पत्नी के गैस की बीमारी से परेशान था.

महेंद्र ने पत्नी को पेट दर्द के बहाने IV इंजेक्शन दिया था

महेंद्र ने अपने घर पर पत्नी को पेट दर्द के बहाने IV इंजेक्शन दिया था. अगले दिन से वह पत्नी को उसके मायके ले गया. यह कहते हुए कि उसे आराम की जरूरत है.24 अप्रैल की रात दोबारा ससुराल पहुंचा और एक इंजेक्शन लगाया अगले दिन सुबह 24 अप्रैल को अस्पताल ले जाया गया.जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.