रांची(RANCHI): झारखंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की चर्चा हर तरफ है. सरकार इस योजना को बेटियों के सम्मान से जुड़ा बताती है तो दूसरी ओर विपक्षी दल योजना पर ही सवाल उठा रही है. अब डुमरी विधायक जयराम महतो ने तो कड़े तेवर में हेमंत सरकार पर सवाल उठा दिया है.और इसे नौकरी से जोड़ दिया है. ऐसे में साफ है कि झारखंड में घमासान मचने वाला है. विभाग सभी को पैसा देने का दावा कर रहा है तो दूसरी ओर मंईयां सड़क पर परेशान घूम रही है.

इसी बीच अब जयराम महतो ने अपने सोशल साइट एक्स पर पोस्ट कर मंईयां योजना पर सवाल उठाया है. सीधे लिखा है कि 2500 की खैरात नहीं 25 हजार की नौकरी चाहिए. सरकार महिलाओं को गुमराह करने का काम कर रही है. आखिर कब तक ऐसे ही अपने वादे से सरकार मुकरती रहेगी. रोजगार के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा है. इस सरकार के खिलाफ अब आवाज उठाने का समय है. गुमराह कर बड़ा खेल चल रहा है.

अगर देखें तो देश की सबसे बड़ी योजना की शुरुआत हेमंत सरकार ने किया. इसमें शरूआत में 56 लाख 61 हजार लोगों को लाभ दिया गया. बाद में इस योजना से कई लोगों बाहर किया गया. क्योंकि कई अपात्र लोग इस योजना से जुड़ गए थे. जिन्हें सत्यापन के बाद योजना से बाहर कर दिया गया. अब सभी को योजना की किस्त खाते में भेजी जा रही है. हालांकि अभी भी लाखों में ऐसी लाभूक है. जिन्हे योजना के किस्त का इंतजार है. कब उन्हें पैसा भेजा जाएगा. बीते चार जून को योजना की लाभूक को 9वीं किस्त विभाग ने भेज दिया. अब इंतजार 10 वीं किस्त का किया जा रहा है.