टीएनपी डेस्क (TNP DESK): छोटे दुकानदार और माइक्रो एंटरप्राइज अब बड़े मार्केट प्लेयर्स को टक्कर दे पाएंगे. रिलायंस जियो छोटे दुकानदारों का बिजनेस बढ़ाने के लिए एक एआई असिस्टेंट लेकर आया है. यह ऐसा एआई असिस्टेंट है जो 24 घंटे ग्राहकों के कॉल अटेंड करेगा, उनके सवालों के जवाब देगा, ऑर्डर लेगा, डिलीवरी सुनिश्चित करेगा, अपॉइंटमेंट फिक्स करेगा और कंफर्मेशन मैसेज भेजेगा, वो भी बिना थके. रिलायंस जियो ने इस नई तकनीक का प्रदर्शन इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में किया है.

माइक्रो एंटरप्राइज के लिए खासतौर पर तैयार किया गया जियो एजेंटिक एआई असिस्टेंट फिलहाल हिंदी और अंग्रेजी में बात कर सकता है. जल्द ही तेलुगु और कन्नड़ भाषा में इसकी टेस्टिंग शुरू होगी. कंपनी की योजना इसे 10 भारतीय भाषाओं में लॉन्च करने की है. भारतीयों के बात करने के तरीके से परिचित यह एआई असिस्टेंट इतना नेचुरल लहज़े में बात करता है कि ग्राहकों के लिए यह पहचानना मुश्किल होगा कि वे किसी इंसान से बात कर रहे हैं या एआई से.

छोटे दुकानदारों और बिजनेस मालिकों के लिए यह जियो एजेंटिक एआई एक परफेक्ट सेल्समैन की तरह काम कर सकता है. किसी नए प्रोडक्ट को प्रमोट करना हो तो यह ग्राहकों को फोन कर ऑफर और प्रोडक्ट की जानकारी देगा, उनके सवालों का जवाब देगा और दुकान या बिजनेस का पता भी साझा करेगा.

जियो का यह एआई असिस्टेंट कभी छुट्टी पर नहीं जाएगा. यह 24 घंटे, सातों दिन कॉल करने और रिसीव करने के लिए तैयार रहता है. और अगर एक ही समय पर कई ग्राहक कॉल करें, तब भी कोई समस्या नहीं होगी. यह सभी कॉल्स को एक साथ संभाल सकता है और हर ग्राहक की जरूरत के अनुसार समाधान प्रदान करेगा.

कंपनी के मुताबिक, टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी और ई-कॉमर्स के सीमित उपयोग की वजह से छोटे व्यवसाय अक्सर आगे नहीं बढ़ पाते. बड़े बाजार खिलाड़ियों से मुकाबला करने के लिए उनके पास संसाधन भी कम होते हैं. “जियो एजेंटिक एआई” इन छोटे दुकानदारों को डिजिटल युग में आगे बढ़ने का मौका देगा, जिससे वे भी इस नई डिजिटल दुनिया के साथ कदम से कदम मिला सकेंगे.

बैकएंड पर यह एआई असिस्टेंट जियो के सिक्योर सर्वर का उपयोग करेगा. डेटा सिक्योरिटी और हाई स्पीड के लिए इसमें जियो क्लाउड और जियो का ट्रू 5जी नेटवर्क इस्तेमाल किया जाएगा.