रांची(RANCHI): झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की हालत गंभीर बनी हुई है. उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है. डॉक्टरों की टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर नज़र रख रही है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अभी तक अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है, जिसके कारण उनके ऑपरेशन पर आज भी कोई फैसला नहीं लिया जा सका है. अब कल यानी सोमवार (11 अगस्त) को डॉक्टरों के बोर्ड की बैठक होगी. बैठक में ऑपरेशन को लेकर फैसला लिया जाएगा.

शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को अभी भी लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है. इसकी जानकारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने दी है. कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि शिक्षा मंत्री की हालत में कोई बदलाव नहीं हो पाया है, उन्हें अभी भी वैंटिलेटर पर रखा गया है. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की एक टीम आज शाम मंत्री का 'एपनिया'  टेस्ट कर सकती है. 'एपनिया'  का टेस्ट मस्तिष्क मृत्यु (बीडी) का निर्धारण करने के लिए एक आवश्यक परीक्षण है, क्योंकि यह मस्तिष्क प्रणाली के कामकाज में निर्णायक गिरावट का एक आवश्यक संकेत देता है.

रामदास सोरेन फिलहाल दिल्ली के अपोलो अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में हैं. उन्हें अभी तक होश नहीं आया है. इसके बावजूद, डॉक्टरों का कहना है कि उनका शरीर सामान्य रूप से काम कर रहा है, जो एक सकारात्मक संकेत है. डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी हालत में सुधार नहीं होता, तब तक ऑपरेशन संभव नहीं है. फिलहाल उनकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है.

गौरतलब है कि मंत्री रामदास सोरेन को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, जिसके बाद वे बाथरूम में गिर पड़े थे. यह घटना शनिवार (2 अगस्त) सुबह की है. इसके बाद उन्हें तुरंत जमशेदपुर से एयरलिफ्ट करके दिल्ली के अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है.