टीएनपी डेस्क(TNP DESK):झारखंड को प्रकृति की ओर से एक विशेष उपहार मिला है यहां झरनें पहाड़ नदी और प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है. वहीं झारखंड में पर्यटन की बात की जाए तो यहां घूमने के लिए कई खूबसूरत जगह है.प्रकृति ने झारखंड को कई सौगात दी गई है. वैसे तो झारखंड में 100 से ज्यादा झरने है लेकिन इनमें से कुछ झरने ऐसे हैं जिसे देखते ही आपकी नजरें उन पर टिक जाती है.आज हम ऐसे ही पांच झरनों की बात करेंगे जो खूबसूरती के मामले विदेशो के कई वाटर फॉल्स को भी पीछे छोड़ देते है.यदि आप घुमने के शौकीन हैं तो झारखंड आपके लिए पहली पसंद बन सकता है.प्रकृति ने इस तरह से सजाया और संवारा है कि उसको देखकर किसी का भी दिल इस पर फ़िदा हो जाता है, तो चलिए जानते हैं वैसे पांच झरनों के बारे में जिसे देखते ही आपका दिल मचल उठेगा.

दशम फॉल

झारखंड में खूबसुरती के मामले अगर झरने की बात किया तो सबसे पहले नंबर पर दशम फॉल आता है.जिसकी खुबसूरती के सभी लोग दीवाने हो जाते है.दशम फॉल रांची शहर से 34 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तमाड़ गांव में स्थित है. इस झरने की ऊँचाई की बात की जाए तो यह 144 फीट  ऊँचा है. वही इतने ऊपर से 10 पानी की धारा गिरती है जो देखने में काफी रोमांचक लगती है.यह जलप्रपात की खुबसूरती के मामले में सबसे पहले नंबर पर आता है. जहां आपको इसके अगल-बगल घने जंगल देखने को मिलेंगे. जहां कई रंग के और आकृतियों की चट्टानें देखने को मिलेगी.जिससे ये काफी ज्यादा खूबसूरत हो जाता है. अगर आप घुमने के शौकीन हैं तो आप यहां घुमने के लिए आ सकते है.

हुंडरू फॉल

झारखंड की राजधानी रांची को सीटी ऑफ फॉल्स के नाम से जाना जाता है. जहां कई झरने मौजुद है. इन्हीं में से एक है हुंडरू फॉल. यह खुबसूरत झरना रांची से महज 45 किलोमीटर की दूरी दूर पर है, जो झारखंड का दूसरा और देश का 34वां सबसे ऊंचा झरना माना जाता है जिसकी सुंदरता देख लोग हैरान रह जाते है.वहीं की खूबसूरती की बात करें, तो यहां की आस-पास फैली हरियाली और अनोखे दृश्य लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते है,वहीं उंटाई से गिरता हुआ पानी और कल-कल की आवाज लोगों को अपनी ओर खींचते है. यहां का शांत और खूबसूरत माहौल घुमने के लिए काफी ज्यादा अच्छा माना जाता है अगर आप भी झरनों के शौकीन हैं तो आप यहां जरूर आ सकते है.

हिरणी फॉल

वहीं खुबसूरत झरनों की बात करें तो राजधानी रांची से 72 किलोमीटर की दूरी पर हिरणी फॉल भी कुछ कम नहीं है. दूर-दूर से यहां लोग खींचे चले आते है. पहाड़ों से गिरता हुआ झरना और खुबसूरत वादियों के बीच घिरी हुई यहां की धरती देखने में काफी ज्यादा आकर्षण लगती है. यह फॉल पश्चिम सिंहभूम के बंदगांव प्रखण्ड में है, जिसका पानी 300 फीट ऊपर से गिरता है.घने पहाड़ी और जंगलों के बीच यह जनवरी के महीने में ज्यादा गुलजार रहता है, वैसे तो साल भर लोग यहां पहुंचते हैं लेकिन पिकनिक स्पॉट के रूप में लोग यहां ज्यादा घुमने आते है.

जोन्हा फॉल

जब झारखंड के प्रसिद्ध और खुबसूरत झरनों की बात होती है तो फिर जोन्हा फॉल को आप कैसे भूल सकते है.जोन्हा खुबसूरत जलप्रपात में शुमार है. जो 40 फीट की ऊंचाई से बहता है. यह ना केवल खुबसूरत पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है बल्कि तीर्थ स्थान के रूप में भी प्रसिद्ध जाता है.लोगों की मान्यता है कि गौतम बुद्ध ने जोन्हा फॉल में आकर स्नान किया था और यहां ध्यान लगाया था. जिसकी वजह से इसे गौतम धारा भी कहा जाता है.जहां में गौतम बुद्ध से जुड़े कई आज भी इसकी गवाही देते है. जिसमे पहाड़ी के ऊपर स्थित प्राचीन बौद्ध मंदिर में शामिल है. दूर-दूर से बौद्ध धर्म के लोग यहां तीर्थ स्थल के रूप में घुमने आते है,जिस पर चढ़ने के लिए 772 सीढ़ी है.वहीं यदि आप सिढ़ी के बिना जलप्रपात तक जाना चाहते हैं तो रिसॉर्ट रोड सही रहता है.

घाघरी फॉल

झारखंड के नेतरहाट लोग सूर्योदय और सूर्यास्त की खुबसूरत नजारे को देखने के लिए पहुंचते है लेकिन यहां से 10 किलोमीटर की दूरी पर एक आकर्षण झरना भी है, जो घाघरी के नाम से प्रसिद्ध है.नेतरहाट के पलामू डाक बंगला से मात्र 5 किलोमीटर दूर घाघरी नदी के तट पर स्थित इस झरने का दीदार करने के लिए लोग दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं. वही पक्षियों कलरव, घने वनों के बीच कल कल बहता पानी प्राकृतिक सौंदर्य को और बढ़ा देता है.