पटना(PATNA):पटना के दानापुर के ताराचक गांव से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों की मर्यादा और मां-बेटे के पवित्र रिश्ते को भी कलंकित कर दिया. यहां एक मां ने अपने ही 11 साल के मासूम बेटे के अपहरण की साजिश रच दी वो भी महज़ अपने मायके की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए.पुलिस जांच में सामने आया है कि अंजू देवी नाम की महिला ने यह पूरी “किडनैपिंग ड्रामा” खुद रचा.

पढ़े क्या थी महिला का मनसा 

महिला का मकसद था अपने पति से मोटी रकम ऐंठना, ताकि वह अपने मायके की आर्थिक मदद कर सके.अंजू ने इस साजिश में अपने मायके पक्ष के कुछ लोगों की मदद ली और बेटे को गायब करवा दिया.परिवार और गांववालों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब बच्चे के अचानक लापता होने की खबर फैली.पिता ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.मामला अपहरण का था, इसलिए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की और तकनीकी सर्विलांस के जरिए जल्द ही साजिश की परतें खोल दी.

जांच में पुलिस ने किया हैरान करने वाला खुलासा

जांच में खुलासा हुआ कि बच्चा सुरक्षित है और उसे एक पूर्व नियोजित योजना के तहत छुपाया गया था. जब पुलिस ने दबाव बनाया, तो अंजू देवी ने खुद स्वीकार किया कि उसने ही यह योजना बनाई थी. उसने बताया कि मायके की तंगहाली और पति से पैसों की उम्मीद ने उसे यह घिनौना कदम उठाने को मजबूर किया.पुलिस ने अंजू देवी और इस साजिश में शामिल अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.वहीं, बच्चा अब सुरक्षित रूप से अपने पिता के पास है.

सामाजिक और मानसिक गिरावट की एक खौफनाक मिसाल

यह घटना सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि सामाजिक और मानसिक गिरावट की एक खौफनाक मिसाल है.यह दिखाता है कि जब पारिवारिक और आर्थिक दबाव हद से बढ़ते हैं, तो इंसान किस हद तक गिर सकता है और सबसे भरोसेमंद रिश्ते भी कब धोखा बन सकते है.