TNP DESK- बिहार पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं. मोतिहारी जिले के छतौनी थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान पुरुष पुलिसकर्मी द्वारा महिला को बाहों में जकड़े रखने और जबरन पुलिस गाड़ी में बैठाने का वीडियो वायरल हो गया है. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की कार्रवाई को लेकर आलोचना तेज हो गई है.

वाहन चेकिंग के नाम पर गुंडागर्दी 

पूरा मामला रविवार देर शाम का है. छतौनी थाना क्षेत्र के बरियारपुर स्थित चीनी मिल रोड पर पुलिस टीम अंधेरे में वाहन चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान बाइक पर सवार एक महिला अपने परिजनों के साथ वहां से गुजर रही थी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अंधेरा होने के कारण बाइक सवार को संभवतः चेकिंग पॉइंट दिखाई नहीं दिया और उसने कुछ दूरी पर बाइक रोक दी. इसे लेकर पुलिसकर्मी नाराज हो गए और महिला को रोकने के दौरान पुरुष पुलिस ने उसे कसकर पकड़ लिया, मानो किसी बड़े अपराधी को पकड़ रहे हों.

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इस दौरान पुलिस महिला को जबरन पुलिस गाड़ी में बैठाने का प्रयास कर रही थी. इस पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई और पुलिस से कहासुनी शुरू हो गई. बढ़ते हंगामे की सूचना छतौनी थाने को दी गई, जिसके बाद थानाध्यक्ष दल-बल के साथ पहुंचे और स्थिति को शांत कराने की कोशिश की.

वीडियो में साफ दिख रहा है कि दो पुरुष पुलिसकर्मी एक महिला को पकड़ने में लगे हैं  एक उसे अपनी बाहों में जकड़े हुए है, जबकि दूसरा पुलिस गाड़ी में बैठाने का प्रयास कर रहा है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों में आक्रोश फैल गया है और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.

हालांकि, इस मामले में अब तक पुलिस प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. लेकिन यह घटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस दावे पर भी सवाल खड़े करती है, जिसमें कहा गया था कि सभी थानों में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.