देवघर (DEOGHAR) : झारखंड सरकार ने 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग की सभी वर्गों और समुदायों की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत चयनित लाभार्थी महिलाओं के खाते में सरकार की ओर से 2500 रुपये प्रतिमाह भेजे जा रहे हैं. इस योजना में फर्जीवाड़े को देखते हुए सरकार ने लाभार्थियों के सत्यापन के लिए बैंक खाते से आधार सीडिंग कराना अनिवार्य कर दिया था. इसके बाद आधार सीडिंग केंद्र पर महिलाओं की कतार लगनी शुरू हो गई.
देवघर में बड़ी संख्या में महिलाओं के बैंक खाते आधार से सीडिंग नहीं हैं. नतीजा यह है कि आज भी महिलाएं प्रखंड कार्यालय से लेकर आधार केंद्र तक का चक्कर लगा रही हैं. सत्यापन के चक्कर में महिलाओं के मोबाइल फोन गुम हो रहे हैं. मंगलवार को देवघर के प्रखंडों में आयोजित सत्यापन शिविर में आधार से सीडिंग के लिए सुबह से ही महिलाओं की लंबी कतार देखी जा रही है. अगर देवघर प्रखंड की बात करें तो यहां महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी है. मुख्य द्वार से कतार की दो लाइन बनाई गई है लेकिन सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने के कारण कतार में खड़ी महिलाओं के मोबाइल फोन खो जा रहे हैं या चोरी हो जा रहे हैं. पीड़ित महिला के अनुसार सभी जरूरी कागजात मोबाइल में ही हैं. अब महिला काफी परेशान हो रही है कि मंईयां सम्मान का लाभ लें या अपनी संपत्ति को नुकसान पहुंचाएं.
सत्यापन के लिए घंटों इंतजार कर रही महिलाएं काफी परेशान हैं. महिलाओं के अनुसार वे अपने घर का काम छोड़कर यहां कतार में खड़ी हैं और जब उनकी बारी आती है तो समय समाप्त हो जाता है या लिंक फेल हो जाता है. ऐसे में महिलाओं में काफी गुस्सा भी देखा जा रहा है.
रिपोर्ट-ऋतुराज
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