दुमका ( DUMKA) – दुमका अनुमंडल प्रशासन ने पूरे शहर और आस-पास के ग्रामीण इलाकों में 28 अगस्त से अगले तक धारा 144 लागू कर दिया है. इस दौरान शहरी और ग्रामीण इलाकों में किसी तरह के धरना-प्रदर्शन, रैली और जुलूस पर पूरी तरह पाबंदी लगा दिया है. 5 या इससे व्यक्ति एक जगह जमा नहीं हो सकते हैं. इसका उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत आईपीसी 1860 के सेक्शन 188 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
अंकिता की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन की संभावना
अंकिता की मौत के बाद दुमका में लोगों में भारी आक्रोश है, सुबह से ही शहर की दुकान-बाजार बंद हो गई है. मौत की खबर मिलते ही लोग सड़क पर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस-प्रशासन के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं. इस विरोध प्रदर्शन में विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, भाजपा के आलाव बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद है. विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों ने बाजार भी बंद कराया, कुछ जगहों पर दुकान बंद कराने को लेकर प्रदर्शनकारियों और दुकानदारों के बीच झड़प भी हुई है. इसी की संभावना को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन ने फैसला लिया है, ताकि शहर में शांति-व्यवस्था बनी रही.
अभी तक अंकिता का नहीं पहुंचा है शव
अंकिता की मौत इलाज के दौरान रांची के रिम्स में हो गई है. लेकिन शव अभी तक दुमका नहीं पहुंचा है. जानकारी के मुताबिक देर रात तक अंकिता का शव दुमका पहुंचने की उम्मीद है. इसके बाद शव के साथ फिर लोग विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. वहीं शाम में लोग शहर मे कैंडल मार्च भी निकालना चाहते हैं. लेकिन प्रशासन के आदेश के बाद कैंडल मार्च निकलने की संभावना कम है.
एकतरफा प्यार में अंकिता को आशिक ने जिंदा जलाया
एक सप्ताह पहले नगर थाना क्षेत्र के जरुआ डीह गांव में एक तरफा प्यार में सनकी आशिक ने अंकिता सिंह नामक नाबालिग युवती पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी. गंभीर स्थिति में परिजन उसे लेकर दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया था. यहां इलाज के दौरान शनिवार देर रात उसकी मौत हो गई. मौत की खबर दुमका पहुंचते ही एक तरफ जहां परिवार और मोहल्ले में मातम का माहौल है, वहीं दुमका का राजनीतिक पारा भी चढ़ने लगा है.
दोनों अलग-अलग सम्प्रदाय के
मामला इंटर रिलिजन है. वैसे इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के दिन ही आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बता दें कि कल तक पीड़िता को बालिग बताया जा रहा था, लेकिन मौत के बाद जो तथ्य सामने आया उसमें मैट्रिकुलेशन के सर्टिफिकेट के अनुसार वह नाबालिग है. वही समाज के लोगों ने आरोपी के परिवार का सामाजिक बहिष्कार के निर्णय के साथ-साथ आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं.
रिपोर्ट – पंचम झा, दुमका
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