देवघर (DEOGHAR) : आज श्रावण मास की तीसरी सोमवारी है. वैसे तो सावन का हर दिन शिव अराधना के लिए शुभ माना जाता है. लेकिन सावन की सोमवारी को पवित्र द्वादश ज्योर्तिलिंग के जलार्पण का खास महत्व होता है. आज सावन की तीसरी सोमवारी होने के कारण सवेरे से ही देवघर के बाबा मंदिर प्रांगन में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ जुटी है. वैसे तो सावन की सोमवारी का अलग महत्व होता है, लेकिन शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के कारण इस बार तीसरी सोमवारी का विशेष धार्मिक महत्व माना जा रहा है. जानकारों के अनुसार इस बार तीसरी सोमवारी पर तिथि के विशेष संयोग के कारण इसका महत्व और बढ़ गया है. इस विशेष योग के कारण आज पवित्र द्वादश ज्योर्तिलिंग के जलाभिषेक का खास महत्व है. ऐसे भी श्रावण की तीसरी सोमवारी को समुंद्र मंथन के उपरांत कौस्तुभ मणी की प्राप्ति हुई है.

मणि की विशेषता

जानकारों के अनुसार कौस्तुभ मणी भगवान विष्णु के हृदय में रहता है, और यह मणि जिसके पास होती है, उसे कभी दुख की प्राप्ति नहीं होती. वह सदा खुश ही रहता है. आज के दिन भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करने से सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. यही कारण है कि आज देवघर के बाबा मंदिर में जलार्पण करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. वहीं पहली और दूसरी सोमवारी को अपार भीड़ को देखते हुए इस बार भी जिला प्रशासन की ओर से व्यापक व्यवस्था की गई है. साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है. ड्रोन कैमरा की मदद से पूरे मेला क्षेत्र पर अतिरिक्त नजर भी रखी जा रही है. अनुमान है की आज के दिन 3 लगभग लाख से श्रद्धालु बाबा का जलार्पण कर सकते हैं.

रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा, देवघर