टीएनपी डेस्क(TNP DESK): देश को 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू के तौर पर 15वां राष्ट्रपति मिल गया है. देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना (NV RAMANA) ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘जोहार’ से की. इसके साथ ही उन्होंने आदिवासी समाज से स्वत्रंता संग्राम में शहीद हुए वीरों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा से सामाजिक उत्थान और देश प्रेम की प्ररणा मिलती है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने पहनी संथाली साड़ी
द्रौपदी मुर्मू आज सबसे पहले राजघाट पहुंची और वहां महात्मा गांधी को श्रध्दांजलि दी. उसके बाद वो संसद भवन पहुंची. इस दौरान मुर्मू आदिवासी संथाली साड़ी में दिखी. जो संथाली आदिवासियों की पारंपरिक साड़ी है. उनके लिए ये साड़ी ओड़िसा से लाई गई थी. हालांकि शपथ के दौरान उन्होंने कहा कि मेरा यहां तक पहुंचना लोकतंत्र की वजह से ही पूरा हो पाया है. साथ ही उन्होंने अपने पढ़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि वो अपनी गांव की पहली लड़की थी जो कॉलेज गई थी.
Recent Comments