नालंदा(NALANDA): इन दिनों नालंदा ज़िला शिक्षा व्यवस्था, उसके इंफ्रास्ट्रक्चर एवं उसकी गुणवत्ता को लेकर काफ़ी सुर्खियों में है. अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि शिक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार के खोखले दावों को पोल खोल रहा है. यह नज़ारा मंत्री श्रवन कुमार के गृह क्षेत्र बेन प्रखंड के नोहसा पंचायत के बुल्ला बीघा का है. नालंदा में फिर एक बार शिक्षा विभाग की पोल खुली है. अब मंत्री श्रवण कुमार के गृह प्रखंड बेन में भवन नहीं रहने पर झोपड़ी में सरकारी स्कूल चल रहा है. बताते चले कि बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का गृह प्रखंड वेन है और यहां शिक्षा व्यवस्था का यह हाल है, जो इन दिनों चर्चा में बन गया है.
जमीन मिलने के बाद भी भवन का काम नहीं हुआ शुरू
बताया जाता है कि इस स्कूल के भवन के लिए जमीन आवंटित किया गया है, मगर अभी तक स्कूल बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है. इसके कारण किसी तरह से एक झोपड़ी बनाकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए बच्चे पढ़ाई करते है. सूत्रों की मानें तो इस स्कुल मे लगभग 70 से भी ज्यादा बच्चें पढ़ाई करते हैं, लेकिन भवन के अभाव मे बच्चें जमीन पर बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, वहीं बच्चे शौचालय के लिए खेत में जाते हैं और पानी पीने के लिए गांव के चापाकल का उपयोग करते हैं. झोपड़ी में पढ़ाई होने के कारण यदि बारिश होने लगी तो झोपड़ी की स्थिति और भी खराब हो जाती है.
सरकार के नजरअंदाज रवैये के कारण है ऐसी स्थिति
पूरे विश्व को ज्ञान देने वाले नालंदा की धरती आज भी इस झोपड़ी से ज्ञान बांटने से बाज नही आ रहा है. यही कारण है कि इस स्कूल का अभी तक भवन नहीं है. जबकि, यह सूबे के मुख्यमंत्री का गृह जिला तथा ग्रामीण विकास मंत्री का गृह प्रखंड है. फिर भी सरकार द्वारा नजरअंदाज़ के कारण जमीन पर बैठकर बच्चे शिक्षा ग्रहण करने को विवश है. आनन-फानन में जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद के द्वारा लेटर जारी कर जानकारी दिया गया कि नव प्राथमिक विद्यालय बुल्ला विगहा का अपना भवन नहीं रहने के कारण अब अगले आदेश तक इसे उत्क्रमित मध्य विद्यालय अमिया में शिफ्ट किया जाता है और अब यहां पठन-पाठन किया जाएगा.
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