पटना (PATNA): जदयू के संगठन में हुए बदलाव पर आरसीपी सिंह ने नाराजगी दिखाई. उन्होंने कहा कि हमने 33 प्रकोष्ठ बनाए थे. उसको घटाकर 15 कर दिया गया है. प्रदेश अध्यक्ष से कहना चाहूंगा जो मेरे  प्रकोष्ठ थे उसको कायम रखना चाहिए. हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो फैसला लिया है हम उनके साथ हैं. उन्होंने संगठन में काम करने के लिए मुझे कहा है तो मैं संगठन में काम करूंगा. मुझे किसी से नाराजगी नहीं है.

आरसीपी का बयान

आरसीपी सिंह ने कहा नीतीश का आभार प्रकट करना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि मेरे नीतीश कुमार से 25 साल पुराने संबंध हैं. मैंने 12 साल तक संगठन में काम किया है. मैंने हरेक गांव में बूथ स्तर पर जेडीयू का कार्यकर्ता बनाया है. आपको आज हर गांव में जेडीयू के वर्कर्स मिलेंगे. मैंने इस पार्टी को बिहार की जड़ों तक पहुंचाया. मैंने पार्टी में 33 प्रकोष्ठ बनाया और सभी निर्णय मैंने नीतीश कुमार की सहमति से लिया. उन्होंने कहा जेडीयू की सबसे बड़ी ताकत संगठन है. मैं सांसद नहीं तो क्या संगठन में ही रहकर काम करूंगा लेकिन मैंने जो प्रकोष्ठों की संख्या 33 की थी उसे घटाकर 12-13 कर दिया. मंत्रिमंडल से इस्तीफे के सवाल पर आरसीपी सिंह ने कहा कि मंत्री बनाए रखने का विशेषाधिकार प्रधानमंत्री का होता है.  दिल्ली जाकर इस पर बात करूंगा. पीएम से पूछूंगा कि मेरे लिए क्या आदेश है.