पटना(PATNA): आसनसोल से सांसद बनने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा पहली बार पटना पहुंचे. उन्होंने डॉ. एबी प्रसाद स्मृति टेनिस टूर्नामेंट का उद्घाटन करते हुए स्वर्गीय डॉ. एबी प्रसाद की प्रतिमा का माल्यार्पण कर किया. मौके पर उन्होंने कहा, मैं बिहारी बाबू हूं, बंगाली बाबू बन कर चुनाव लड़ा और जीत गया. अब हिंदुस्तानी बाबू हूं.'
ऐसा क्यों कह दिया बिहारी बाबू ने
बिहारी बाबू ने ऐसा इसलिए कहा कि टेनिस टूर्नामेंट का उद्घाटन करने उनके साथ राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी भी पहुंचे थे. दोनों नेता अपने जमाने के टेनिस चैंपियन रह चुके हैं. शत्रुघ्न सिन्हा को देखकर सिद्दीकी का दर्द छलक उठा. कहा, हम अपने स्टार और बिहारी बाबू को संभाल नहीं सके तभी तो आज ये बंगाली बाबू हो गए . जो सम्मान इन्हें बिहार की राजनीति में मिलना चाहिए था वो नहीं मिला और इसमें हम सब से गलती हुई है. इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने उक्त बयान दिया.
अब्दुल बारी और डॉ. एबी प्रसाद से शत्रुघ्न का क्या नाता
बता दें कि टेनिस में अब्दुलबारी सिद्दीकी और शत्रुघ्न सिन्हा के कोच स्वर्गीय डॉ. एबी प्रसाद रह चुके हैं. साथ ही इनका आपसी सम्बंध पारिवारिक सदस्यों जैसा है.
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