गया(GAYA):ट्रेन में सफर करते कई लोगों को देखा होगा. कुछ लोग ट्रेन के डब्बे में बैठकर सफर करते हैं तो कुछ लोग भीड़ होने के कारण ट्रेन के गेट पर लटककर सफर तय करते हैं. कभी जब वहां भी लोगों को जगह नहीं मिलती तो इंजन या ट्रेन के छत पर बैठकर भी यात्रा करते हैं. लेकिन इस बार एक ऐसा मामला सामने आया जब एक युवक ट्रेन के नीचे लटककर यात्रा करते दिखा. यह अजीब मामला गया स्टेशन पर देखने को मिला है. यहां एक युवक कई किलोमीटर ट्रेन के इंजन के संकीर्ण जगह पर बैठकर गया स्टेशन पहुंच गया. रोने की आवाज आने पर चालक ने देखा तो भौंचक रह गया. आरपीएफ छानबीन में जुटी, तुरंत भाग निकला

वहीं रेल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. दरअसल राजगीर से गया आने वाली ट्रेन वाराणसी सारनाथ बुद्धपूर्णिमा एक्सप्रेस राजगीर से खुली थी, जो कई किलोमीटर की दूरी तय कर गया जंक्शन को अहले सुबह पहुंची थी. जब ट्रेन का ड्राइवर इंजन से बाहर निकला तो किसी के रोने की आवाज आई. ट्रेन ड्राइवर ने इंजन के निचले हिस्से में झांककर देखा तो वह भी भौंचक रह गया. देखा कि एक युवक इंजन के संकीर्ण जगह पर बैठा हुआ है. इसके बाद रेल यात्रियों की मदद से युवक को बाहर निकाला गया. उसकी पहचान नहीं हो सकी. इस बीच वह गायब भी हो गया. 

इंजन के संकीर्ण हिस्से में कैसे बैठा था, पता नहीं चल सका

बताया जा रहा है कि युवक इंजन के संकीर्ण हिस्से में कहां से बैठा था. यह पता नहीं चल सका है, लेकिन अनुमान जताया जा रहा है कि राजगीर से गया आने के दौरान वह चढ़ा होगा. चालक ने इस मामले की जानकारी रेलवे के अधिकारी को दी. वहीं आरपीएफ को भी इसकी सूचना दी गई. रेल सूत्रों के अनुसार इंजन के संकीर्ण हिस्से में किसी व्यक्ति का बैठकर इस तरह जाना कठिन है और ऐसे में इस तरह की हरकत करने वाले के साथ बड़ी घटना की पूरी आशंका रहती है.

"जाको राखे साइयां मार सके ना कोई", वाली कहावत हुई चरितार्थ

 रेलवे के अधिकारी इस संबंध में कुछ बताने से परहेज बरत रहे हैं. बताया जाता है कि राजगीर में इंजन यार्ड में खड़ा होगा, तब वह युवक बैठा होगा. आखिरकार विक्षिप्त कहे जाने वाले उक्त युवक की जान बच गई. ऐसे में यही बात साबित होती है," जाको राखे साइयां मार सके ना कोय".