टीएनपी डेक्स(TNP DESK): सपा के चर्चित नेता आजम खान अभी कुछ ही दिनों पहले बकरी चोरी, मुर्गी चोरी और किताब चोरी जैसे 89 मामले में जमानत लेकर  27 महीने बाद जेल से बाहर आए हैं, लेकिन संकट टला नहीं है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनके खिलाफ मनी लॉड्रिंग के मामले में एक नया केस दर्ज किया है. आजम के अलावा गिरीश चंद श्रीवास्तव, विश्वजीत सिंह, नीरज मलिक, अजय यादव, संतोष रस्तोगी, रोमन फर्नांडीस और कुलदीप सिंह नेगी के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर ली गई है. 

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क्या है मामला

जल निगम भर्ती घोटाले छह साल पुरानी बात है. सन 2016 में जल निगम में गलत ढंग से बहाली की शिकायत मिली थी.  25 अप्रैल 2018 को एफआईआर दर्ज हुई. जिसमें आजम खान के साथ गिरीश चंद श्रीवास्तव, विश्वजीत सिंह, नीरज मलिक, अजय यादव, संतोष रस्तोगी, रोमन फर्नांडीस और कुलदीप सिंह नेगी नामजद आरोपी थे. आजम मुख्य आरोपी बनाए गए. क्योंकि 2016 में समाजवादी पार्टी सत्ता में थी, सरकार में आजम नगर विकास मंत्री और उत्तर प्रदेश जल निगम भर्ती बोर्ड के चेयरमैन थे.  उन्हीं दिनों यूपी जल निगम में 122 सहायक अभियंता, 853 अवर अभियंता, 335 क्लर्क, 32 आशुलिपिक समेत 1342 पदों पर भर्तियां हुईं थी. मार्च 2017 में जब राज्य में भाजपा सरकार आई तो इस मामले में घाटोले का आरोप लगाते हुए जांच के आदेश दे दिए गए.  भर्ती हुए 122 इंजीनियरों को बर्खास्त कर दिया गया था.

आजम के खिलाफ केस की संख्या अब 90 हो गई 

सबसे पहले आजम खान को 26 फरवरी 2020 को रामपुर से गिरफ्तार किया गया था. उनके खिलाफ एक के बाद एक कई मामले दर्ज होते गए. उनके अलावा उनकी पत्‍नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्‍दुल्‍लाह आजम को फरवरी 2020 में जेल भेज दिया गया था. तंजीन  10 महीने तो अब्‍दुल्‍लाह 23 महीने बाद जमानत पर छूटे थे. जबकि आजम  सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद 27 महीने बाद इस 20 मई को सीतापुर जेल से रिहा हुए. आजम 89 मामले में जमानत ले चुके हैं. इस भर्ती घोटाले को शामिल करने पर उनके खिलाफ केस की संख्या अब 90 हो गई है. अभी आजम खान रामपुर से सपा से जीते विधायक हैं.