सुपौल(SUPAUL): बिहार में मानसून अभी दस्तक भी नहीं दिया है और बिहार के शोक की नदी कही जानी वाली कोसी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. सुपौल के किशनपुर प्रखंड के बेला गोठ में दर्जनों घर कोसी नदी में विलीन हो गया है. तटबन्ध के भीतर बसे लोगों को लाखों की क्षति हुई है.
ग्रामीणों का आरोप नहीं मिल रही प्रशासन से कोई मदद
सुपौल में कोसी नदी ने शरुआती दौर में ही अपना रौद्र रुप दिखाना शुरू कर दिया है. जबकि अभी नदी में पूरा पानी भी नहीं आया और कई गांव को अपने चपेट में लेना शुरू कर दिया. लगभग 15 दिनों से नदी में पानी बढ़ना व घटना चालू है. लेकिन इससे कोसी के बीच लोग डरे सहमे है. इधर नदी का कटाव भी तेज हो गया है. कोसी नदी में बाढ़ का पानी ने कोसी के बीच बसे दर्जनों गांव को अपनी चपेट में लेना फिर से शुरू कर दिया है. अभी तक तीन दर्जन से अधिक घर को नदी अपने चपेट में ले चुकी है. अभी कोसी नदी का तांडव जिले के किशनपर प्रखंड के बेला गोठ वार्ड नंबर 09 में शुरू है.
एक सप्ताह से नदी का कटाव जारी
यहां बीते एक सप्ताह से जारी कटाव 41 घर नदी में विलीन हो चुके हैं. 6 पक्के मकान भी कट चुका है. वहीं स्थानीय कटाव पीड़ितों का आरोप है कि एक सप्ताह से नदी का कटाव जारी है और प्रशासन को सूचना देने के बाद भी किसी ने झांकना तक मुनासिब नहीं समझा है. और न ही कोई कटाव रोकने की व्यवस्था की गई है.
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