मुजफ्फरपुर (MUZAFFARPUR): मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड का बकुची गांव आज भी विकास से कोसों दूर है. हर साल बरसात इस इलाके के लिए परेशानी का सबब बन कर आता है. यह गांव साल के तीन से चार महीने नाव और पैदल के लिए भी तरस जाता है. साथ ही सरकार की सुविधाओं का मोहताज रहता है. बागमती नदी के किनारे बसेइस गांव में सड़क और नदी एक हो जाती है और पीपा पुल हर साल पानी आने से बह जाता है. गांव का एक ऐसा वीडियो वायरल है, जिसे जिसने देखा- सोचने पर मजबूर हुआ। आंखें नम हो गयीं.
ग्रामीण चचरी पुल खुद से बनाते हैं और इस पार से उस पार आना-जाना करते हैं. यहां शव का दाह संस्कार करने के लिए नहीं बल्कि हॉस्पिटल में इलाज और पोस्टमार्टम कराने से पहले ही जीवित और मृत को कंधे पर उठाया जाता है. यह स्थिति तबतक बनी रहती है जब तक नदी में पानी उफान पर रहता है. इस तरह से मरीज या मृतक को खाट पर उठाकर फिर कंधे का सहारा देकर नदी के उस पार ले जाने की परंपरा कोई नई नहीं है. यह इन गांव वालों की नियति बन चुकी है. वहां से इसी तरह मरीज को कंधे पर नदी पार कराया जाता है तब जाकर किसी गाड़ी में रखकर उसे मेडिकल भेजा जाता है.
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नाबालिग का बॉडी ले जाते सामने आया एक वीडियो
अब हम आपको बकुची गांव का वह वीडियो दिखलाते हैं जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. दरअसल एक नाबालिग किशोरी ने परिजन के डांट फटकार के कारण सुसाइड कर लिया. वह दुपट्टे का फंदा बनाकर छत में लगी कुंडी से लटककर झूल गयी. उसकी मौत की खबर सुनकर गांव में कोहराम मच गया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस जांच को पहुंची. गाड़ी नदी के इस पार लगाकर मृतका के घर पैदल पहुंची. फिर छानबीन के बाद पुलिस लौट गई. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की बात कही गयी. इसके बाद स्थानीय लोग एक खाट पर लाश को रखकर चचरी पुल पारकर दूसरी तरफ पहुंचाये, तब जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. किसी ने पूरे प्रकरण का वीडियो बना लिया और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर डाल दिया जहां यह काफी वायरल हो गया है.
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