आरा(AARA): भोजपुर जिले के कई इलाकों में बालू उत्खनन को लेकर जहां एक तरफ जिला प्रशासन अपनी चौकसी दिखा रहा है , वहीं दूसरी तरफ इस बालू के धंधे में लिप्त बड़े-बड़े बालू माफिया खुले आम जिला प्रशासन को चुनौती देते हुए बालू की लूट पर लगाम लगाने की पूरी तैयारी कर ली है. 

भोजपुर जिला बालू के अवैध उत्खनन को लेकर पिछले कई दशकों से बदनाम रहा है. जैसे ही सोन नदी में पानी के लेवल की बढ़ोतरी होती है वैसे ही बाहरी लुटेरे बड़े-बड़े नामों से बालू लूटने के लिए दिन रात लगे रहते थे. यही नहीं कई बार पुलिस के साथ इन बालू माफियाओं की भिड़ंत भी हुई है और गोलीबारी भी इसका गवाह बना है. पिछले दिनों बालू लूट के नजारा को याद किया जाए तो उस दृश्य को देखकर आप भी सकते में पड़ जाते थे कि आखिर सरकार या जिला प्रशासन क्यों सोई हुई है. इस तरह के कई सवालों से सरकार को भी कई बार किरकिरी का सामना करना पड़ा है. जबकि इस खेल में शामिल कई बड़े-बड़े हस्तियों का नाम भी उजागर हुआ है. कई बार सरकार ने कार्रवाई भी की. मगर ये काला खेल निरन्तर जारी रहा है.  सबसे बड़ी बात यह है कि जब सरकार अपने आप पर आ जाए तो यह सभी बड़ी हस्तियां मिट सकती हैं. 

3 स्पीड मोटर बोट सहित स्पेशल फोर्स का गठन किया गया

इसी बालू लूट के खेल को रोकने के लिए जिलाधिकारी भोजपुर राजकुमार और भोजपुर एसपी संजय सिंह ने आज सोन नदी में एक ऐसी कार्रवाई की है. जिसका अंदाजा यह बालू माफिया नहीं कर सकते हैं. सोन नदी पर बने फोरलेन पुल के नीचे बड़े-बड़े लोहे के पाइप लगाए गए हैं ,ताकि इस नदी के पायों के बीच से कोई भी नाव इलाके से आगे ना जा सके. पिछले 2 महीने से जिला प्रशासन के जिलाधिकारी भोजपुर राजकुमार के निर्देश पर इस कार्य को पूरा किया गया है. अब जिला प्रशासन ने यह आगाह कर दिया है कि जिले में अब बालू की लूट नहीं होगी. जहां एक तरफ सोन नदी में पानी बढ़ने के बाद जिला प्रशासन को चुनौती का सामना करना पड़ता था अब वहीं जिला प्रशासन ने  बालू की लूट को रोकने के लिए कमर कस लिया है. 3 स्पीड मोटर बोट सहित स्पेशल फोर्स का भी गठन किया गया है. ताकि इस बालू की लूट को पूरी तरह से रोका जा सके. 

वहीं भोजपुर एसपी भी दल बल के साथ कोईलवर पुल के नीचे जाकर पाइप के बैरिकेडिंग का जायजा जिलाधिकारी भोजपुर राजकुमार के साथ लिया. इस दौरान जिले के तमाम वरीय पदाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी कोईलवर पहुंचे हुए थे. बहरहाल अब देखना अहम होगा कि बालू के इस लूट को जिला प्रशासन रोक पाता है या बड़े-बड़े बालू माफिया अपने मंसूबे पर हमेशा की तरह कामयाब रहते हैं.