भोजपुर(BHOJPUR): बिहार में अपराधी दिन-ब-दिन लूट और मर्डर की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. अपराधियों में पुलिस और प्रशासन का कोई डर नहीं रहा. ताजा सनसनीखेज मामला भोजपुर जिले से आया है, जहां एक मर्डर के गवाह को ही अपराधियों ने मौत के घाट उतार दिया.
एक साल पहले हुई हत्या के गवाह की हुई हत्या
घटना कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के सरैयां गांव की है, जहां पर 1 साल पूर्व हुए अपने भतीजे के हत्याकांड के गवाह विनोद यादव की हत्या एक पेड़ पर फंदे से लटका कर कर दी गई. पुलिस इस हत्याकांड की हर एंगल से तफ्तीश कर रही है. हालांकि मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मृतक विनोद यादव की हत्या बृजेश हत्याकांड से जुड़ा हुआ है. बृजेश हत्याकांड में जेल से जमानत पर छूटे आरोपी केस में सुलह करने के लिए लगातार दबाव और प्रलोभन दे रहे थे. वहीं विनोद यादव के द्वारा केस सुलह करने से इंकार कर देने के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया है. 26 अप्रैल 2021 को मृतक विनोद यादव के भतीजे बृजेश यादव की मामूली विवाद को लेकर लाठी डंडे और लोहे की रॉड से मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद मृतक के पिता तेज नारायण यादव के बयान पर 29 अप्रैल को गांव के ही 5 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. इसमें मृतक के चाचा विनोद यादव गवाह थे. पुलिस ने पांचों आरोपियों को जेल भी भेजा था. दो आरोपी अभी भी जेल के सलाखों के पीछे हैं. पुलिस इस हत्याकांड की तफ्तीश अपने स्तर से कर रही है. घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड को भी लगाया गया है ताकि इस कांड में शामिल बदमाशों को पकड़ा जा सके.
लगातार मिल रही थी धमकी
परिजनों का आरोप है कि केस में समझौता को लेकर विगत कई दिनों से विनोद यादव को धमकी मिल रही थी. वहीं लोगों ने बताया कि लगातार धमकी मिलने की सूचना के बाद विनोद यादव ने कृष्णगढ़ थाना पुलिस को धमकी की सूचना भी दी थी. विनोद यादव बृजेश हत्याकांड में 26 जुलाई को तारीख पर भी गए थे. वहीं इस हत्याकांड के बाद पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है. क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर विनोद यादव की हत्या किस परिस्थिति में की गई. घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है. वहीं पुलिस ने अभी इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार किया है.
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