TNP DESK- जैसे पूर्व दिशा में सूर्य का उगना सत्य है, उसी  तरह तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री फेस होना भी सत्य है.  राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद मनोज झा ने  शुक्रवार को पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही.  पत्रकारों ने जब उनसे महागठबंधन के सीएम  फेस को लेकर सवाल किया तो उनका दो टूक  यही जवाब था.  मतलब साफ है कि आरजेडी तेजस्वी यादव के अलावे किसी और चेहरे पर विचार करेगा  ही नहीं.  इसके पहले गुरुवार को पटना में हुई महागठबंधन की बैठक के बाद सीएम  फेस के सवाल को राजद और कांग्रेस दोनों ने टाल दिया था.  बिहार के कांग्रेस प्रभारी ने कहा था कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कोई कंफ्यूजन नहीं है. 

कांग्रेस कहती -गठबंधन के सभी दलों में यूनिटी और क्लेरिटी है
 
गठबंधन के सभी दलों में यूनिटी और क्लेरिटी है.  हालांकि उन्होंने तेजस्वी यादव के नाम को साफ नहीं किया.  हालांकि महागठबंधन की पहली बैठक में ही तेजस्वी यादव को बड़ी जिम्मेवारी मिली है.  जिससे  यह संकेत मिल रहे हैं कि उनके चेहरे पर ही  सभी घटक दल चुनाव मैदान में उतरेंगे.  महागठबंधन ने समन्वय समिति का अध्यक्ष तेजस्वी यादव को बनाया है.  यह  समिति आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन के सभी निर्णय पर विचार करेगी.  इसमें सभी घटक दल के दो-दो सदस्य होंगे.  इधर, महागठबंधन समन्वय समिति का नेता चुने जाने के बाद जदयू ने तेजस्वी यादव पर हमला तेज कर दिया है.

जदयू ने तेजश्वी यादव पर हमला किया तेज 

 बिहार सरकार के मंत्री और जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अशोक चौधरी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश  सरकार की उपलब्धियां गिनाई  और राजद पर निशाना साधा.  कहा कि राजद की विचारधारा चरवाहा विद्यालय की है.  जबकि हमारे नेता नीतीश कुमार ने आईआईटी , पॉलिटेक्निक और मेडिकल कॉलेज जैसे आधुनिक शिक्षण संस्थानों की स्थापना कर बिहार के युवाओं के भविष्य को नई दिशा देने का प्रयास किया है.  अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए और अपने माता-पिता के 15 वर्षों के शासनकाल की उपलब्धियां  जनता के समक्ष रखनी चाहिए. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो