पटना(PATNA):राजद विधायक रीतलाल यादव के जेल जाने के बाद अब एक के बाद एक चौंकानेवाले खुलासे हो रहे हैं.बिल्डरों की जुबान खुल रही है, और अब सामने आ रहा है कि कैसे दबंगई और रंगदारी के दम पर विधायक और उनके परिवार ने कारोबारियों का जीना मुश्किल कर रखा था.बिहार की राजधानी पटना के दानापुर इलाके से हैरान करने वाली खबर सामने आई है.जहां बिल्डर गौरव कुमार और धीरज कुमार ने विधायक रीतलाल यादव और उनके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
दानापुर के बिल्डर ने रंदगारी मांगने के साथ लगाया ये आरोप
बिल्डर का आरोप है कि विधायक के भाई पिंकू यादव और भतीजे धीरज यादव प्रोजेक्ट शुरू होने से पहले ही रंगदारी की मांग करने लगते थे.बिल्डर गौरव का कहना है कि "हमने जैसे ही प्रोजेक्ट शुरू किया, धमकियां आने लगी. मटेरियल बाहर से ना लाने की हिदायत दी गई. साफ कहा गया कि सामग्री उन्हीं की दुकान से लेनी होगी, वरना अंजाम भुगतना पड़ेगा.
पढ़ें कैसे फैला रखा था खौफ
गौरव कुमार ने बताया कि विधायक के परिजनों की दबंगई का ये आलम था कि अगर कोई उनकी बात नहीं मानता, तो प्रोजेक्ट साइट के सामने गड्ढे खोद दिए जाते है. प्राइवेट गाड़ियों को रोका जाता है. ड्राइवरों के साथ मारपीट की जाती है.बिल्डर धीरज ने कहा कि आज भी दानापुर का कोथवा रोड आज़ाद भारत में गुलाम रोड बना हुआ है. बिना अनुमति कोई काम नहीं कर सकता है. बिल्डरों के मुताबिक विधायक रीतलाल यादव ने खुद 30 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की थी. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने निवेदन किया कि सामग्री भी उन्ही की दुकान से लेंगे और रंगदारी भी देंगे, तो जवाब मिला - "हमें सिर्फ पैसा चाहिए, बात खत्म.
बिल्डर ने प्रशासन से लगाई सुरक्षा की गुहार
बिल्डर गौरव कुमार ने यह भी बताया कि अब तक विधायक को 14 लाख रुपए दिए जा चुके हैं, लेकिन धमकियों का सिलसिला नहीं रुका.किसानों को डराकर जमीन डील कैंसिल कराने की कोशिश की जा रही है और बिल्डरों पर झूठे केस करने का दबाव डाला जा रहा है.गौरव कुमार ने कहा कि हमें डर है कि कहीं हमें जान से न मार दिया जाए.अब हमारी आखिरी उम्मीद प्रशासन है.हम व्यापारी हैं, हमें काम करने दिया जाए.
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