किशनगंज (KISHANGANJ): लाल खून और काला कारोबार का किशनगंज पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. जिसमें डोनर, रिसीवर , काले कारोबारी सहित चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. खून के इस काले खेल में स्मैक की लत लग चुके युवक को अपना शिकार बनाता था और उसे स्मैक पीने के लिए पैसा देकर,उसके जिस्म से खून निकाल लेता था. इसके बाद ज्यादा कीमतों में बंगाल और बिहार में बेचा करता था. 

किशनगंज जिले के युवा पीढ़ी इन दिनों स्मैक के गिरफ्त में हैं. स्मैक का आदी हो चुके युवा स्मैक का नशा करने के लिए अपने जिस्म तक के खून का सौदा कर लेता था. यानी अपने शरीर का खून को बेचकर,उस पैसे से स्मैक का नशा करता था. खून के सौदागर वैसे युवाओं का तलाश करता है,जिसे स्मैक पीने के लिए पैसे की जरुरत हो. वैसे युवाओं को पैसे का लालच देकर खून के सौदागर अपने बस में कर लेता था. किशनगंज पुलिस ने ऐसा ही एक मामले का भंडाफोड़ किया है,जिसमें खास कर युवा पीढ़ी इस खून के खेल में फंसकर खून बेचकर नशे का भूख मिटाता था.

खून बेचकर करता है नशा 

किशनगंज टाउन थाने की एएसआई संजय यादव को गुप्त सूचना मिली और उन्होंने 22 वर्षीय कृष्णा पोद्दार नामक युवक को धर दबोचा. जो स्मैक के नशे की दलदल में पूरी तरह से फंसा हुआ था. युवक ने पुलिस को बताया कि वो खून बेचकर नशा किया करता है. जिसके बाद युवक के निशानदेशी पर किशनगंज टाउन थाना के थाना अध्यक्ष अमर प्रसाद और एएसआई संजय यादव नाटकीय ढंग से खून निकालकर डेलिवरी के लिए ले गए. वहां पैथोलॉजी से जुड़े रुस्तम नामक एजेंट को गिरफ्तार किया. वहीं रुस्तम के इंतजार में खून रिसीव करने के लिए शहर के पश्चिमपाली में खड़े दूसरा लैब एजेंट मुहम्मद शाहबाज आलम को भी रुस्तम के इशारे पर गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद इस खून के खेल के मास्टर माइंड बाबर को भी पुलिस ने शहर के चुड़ीपट्टी स्थित उसके पैथलॉजी से गिरफ्तार किया है. 

मास्टर माइंड मुहम्मद बाबर रंगेहाथों गिरफ्तार 

रुस्तम ने बताया कि उसे एक यूनिट ब्लड की कीमत बाबर  से 1500 रुपये मिलता था,जिसमें से एक हजार से बारह सौ रुपये डोनर को दे देता था और उसका तीन से पांच सौ रुपये कमाई होता था. साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि वो उन युवाओं का शरीर से खून निकालकर बेचते थे जिसे नशा के लिए पैसे की जरूरत होती है. इस खून के काले खेल का मास्टर माइंड मुहम्मद बाबर को भी पुलिस ने रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया,जो अपना दर्जनों एजेंट इस खेल को अंजाम देने के लिए छोड़ रखा है. 

खून के कारोबार का जाल सीमांचल सहित पूरे पश्चिम बंगाल में फैला हुआ 

मास्टर माइंड बाबर अपने दो एजेंट,मुहम्मद शाहबाज आलम और रुस्तम का इंतजार अपने चूड़ीपट्टी स्थित लैब में कर रहा था. पुलिस के मुताबिक मुहम्मद बाबर का खून के कारोबार का जाल सीमांचल सहित पूरे पश्चिम बंगाल में फैला हुआ था. हालांकि एएसआई संजय यादव ने कहा कि लैब एजेंट रुस्तम स्मैकर्स को फुलबाड़ी गांव के किनारे घने जंगलों में बुलाकर उसके जिस्म से खून निकाला करता था और मुहम्मद बाबर को बेचा करता था. पैथोलॉजी लैब की आड़ में खून का काला कारोबार किया जा रहा था. खून का सौदा कर ऊंचे कीमतों पर बंगाल में सप्लाई किया करता था. 

खून निकालने का उपकरण और एक यूनिट ब्लड बरामद 

किशनगंज टाउन थाना अध्यक्ष अमर प्रसाद ने कहा कि एसपी के निर्देश पर छापेमारी कर एक नशेड़ी सहित चार खून के सौदागरों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं इनके पास से खून निकालने का उपकरण और एक यूनिट ब्लड भी बरामद किया गया है. उन्होंने कहा कि इस गिरोह का नेटवर्क बंगाल तक जुड़ा हुआ है. गिरफ्तार सभी लोगों से पूछताछ के बाद इस धंधे में और जो भी लोग शामिल हैं उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा. 

आज खून के इस सौदागरों की वजह से युवा पीढ़ी नशे के दलदल में फंसे हुए है. सौदागर चंद पैसे की लालच देकर इन युवाओं के शरीर से खून निकालकर उसके जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर,अंधेरे में धकेल रहा है. ऐसे में जरूरत है खून के इस काले खेल में शामिल ,ऐसे सौदागरों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की ,ताकि इस कारोबार से जुड़े लोगों में खौफ पैदा हो जिससे युवाओन का भविष्य डूबने से बचाया जा सके.