टीएनपी डेस्क (TNP DESK):- नीतीश सरकार में एक पत्रकार की हत्या के बाद शासन इंतजामात पर  उंगली उठायी जा रही है. इस खूनी खेल के बाद नीतीश विपक्ष लगातार हमलावर होकर सवाल पर सवाल दाग रही है. सूबे बेलगाम हो रहे अपराध पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है. दरअसल,अररिया के रानीगंज प्रखंड में विमल यादव को अपराधियों ने घर से बुलाकर, बाहर खुलेआम गोली मारकर हत्या कर दी . इससे इलाके में हड़कंप मच गया . इस मर्डर के बाद यह बात सामने आ रही है कि, उनके भाई की भी हत्या हो गयी थी, और उसमे वह इकलौते गवाह थे. लिहाजा, हत्या की वजह उधर ही मुड़ती नजर आ ऱही है. वैसे अभी तक पुलिस के हाथ खाली है, पत्रकार विमल यादव के कोई भी हत्यारें नहीं पकडाएं है, पुलिस लगातार गिरफ्तारी की कोशिश में लगी हुई है औऱ इस हत्या के पीछे वजहों को तलाश रही है.

चिराग ने नीतीश को ठहराया जिम्मेदार

नीतीश कुमार पर अक्सर  हमलावार रहने वाले एलजीपी नेता चिराग पासवान ने पत्रकार की हत्या पर भी खूब बोला. उन्होंने नीतीश सरकार को अपराधियों के आगे असहाय करार दिया. औऱ कई जगहों पर सांठ-गांठ की भी बात बताई. राज्य में बढ़ते अपराध पर चिंता जताते हुए कहा कि उनकी जड़े गहती होती जा रही है .जो पूरे राज्य को अपने गिरफ्त में ले लिया है. चिराग ने तोहमत लगायी कि यहां जंगलराज कायम हो गया है, जहां पुलिस और पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं.

‘खतरे में है बिहार में लोकतंत्र’  

बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी पत्रकार को गोली मारने पर शोक जताया औऱ कहा कि सूबे में लोकतंत्र खतरे में हैं. उन्होंने सूबे की सरकार को घमंडिया गठबंधन और महागठबंधन की सरकार करार दिया. उनका कहना था कि जब से नीतीश औऱ लालू जी की अगुवाई में सरकार बनीं हुई है, तब से पुलिसवाले औऱ अब पत्रकार सुरक्षित नहीं रह गये हैं औऱ मारे जा रहे हैं.

‘नीतीश कुमार इस्तीफा दे’

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी इस हत्याकांड के ले नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना था कि नीतीश कुमार से कुछ संभल नहीं रहा है, लिहाजा कुर्सी पर रहने का कोई अधिकार नहीं है.वह जंगलराज में राज्य को धकेल रहें हैं.

मुख्यमंत्री नीतीश ने जताया दुख

पत्रकार की सरेआम हत्या पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले में अधिकारियों से बात की और कार्रवाई का निर्देश दिया है. उन्होंने इस पर गहरी संवेदना जताई.

अररिया में पत्रकार की हत्या पर लगातार बिहार की सियासत में बयानबाजी हो रही है. पक्ष औऱ विपक्ष लगातार एक दूसरे पर हमले औऱ जवाब दे रहें है. फिलहाल, अब देखना ये है कि आखिर पत्रकार विमल यादव के हत्यारे कब गिरफ्त में आते हैं औऱ इस हत्या के पीछे आखिर क्या वजह रही. जिसके चलते एक पत्रकार को गोली मारी गई.