पटना(PATNA): बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल होने वाले हैं. चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जातीय समीकरण का साठ-गांठ बैठाने में लगी हुई है. ऐसे में 14 अप्रैल यानी की कल सोमवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर की 134वीं जयंती मनाई जाएगी. जिसे लेकर बिहार की राजनीतिक गलियारे में काफी हलचल देखने को मिल रही है. आज सुबह जय भीम पदयात्रा के बाद राजधानी पटना के बापू सभागार में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर जदयू की ओर से 'भीम संवाद' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्री अशोक चौधरी का दो-दो बार शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया.
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, ‘बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर को नमन करता हूं. उनके जयंती पर आपको शुभकामनाएं. हम तो उनके घर पर भी कई बार गए हैं. बहुत ज्यादा उन्होंने काम किया है. संविधान की रचना कोई मामूली बात नहीं है. उनके घर पर परिवार के लोगों से भी मिले हैं.'
सीएम नीतीश ने कार्यक्रम में लालू-राबड़ी शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले कोई कुछ काम नहीं करता था. जब सरकार में आए तो लोगों के लिए बहुत काम किया. इतना ज्यादा महिलाओं के लिए काम किया. आंबेडकर के दिखाए रास्ते पर चलकर सब जाति के लिए हमने काम किया है. कुछ दिन पहले यात्रा पर निकला था. जहां कमी दिखी, उसे पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
इस दौरान सीएम नीतीश ने मंत्री अशोक चौधरी से कहा कि, 'अरे भाई कहां है खड़ा होइए न, इधर आइए. हमलोगों के साथ आ गए हैं, पूरा काम कर रहे हैं. इनको मैं बधाई देता हूं. इनसे हम यही कहेंगे जितना काम पूरे देश में किया जा रहा है आप सभी जगह जो हमारा काम है, उसे पूरा कराइएगा न.'
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि पूरे बिहार से लोग यहां पहुंचे हैं. नवंबर 2005 में पहली बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे. तब से लेकर आज तक बाबासाहेब के बताए रास्ते पर चल रहे हैं. नीतीश कुमार ने नारा दिया था, 'न्याय के साथ विकास.’ 2006 से यह कार्यक्रम चला आ रहा है.
बता दें कि, भीम संवाद कार्यक्रम का आयोजन जदयू के तरफ से दूसरी बार किया गया है. इसके पहले 2024 लोकसभा चुनाव से पहले पहली बार जेडीयू के तरफ से भीम संवाद कार्यक्रम किया गया था. उसके बाद लोकसभा चुनाव में एनडीए को दलितों का समर्थन भी मिला था. अब आज के कार्यक्रम से पार्टी को एक बार फिर उम्मीद है की दलितों का समर्थन 2025 के विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा. वहीं, कार्यक्रम का आयोजित करते वाले नेता अशोक चौधरी भी इस मौके पर काफी उत्साहित दिखें. उन्होंने मंच से कहा कि नीतीश कुमार मानस पिता हैं, जिन्होंने सबके लिए बिना भेदभाव के विकास किया है.
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