पटना(PATNA): अब बिहार के लोग भी मुंबई मरीन ड्राइव का मजा ले सकेंगे. गंगा किनारे 20 किलोमीटर से अधिक लंबाई में बन रहे पटना के मरीन ड्राइव का एक भाग आज से शुरू हो गया. मुंबई के मरीन ड्राइव की तर्ज पर ही पटना के गंगा किनारे भी मरीन ड्राइव का निर्माण हो रहा है. इसे गंगा एक्सप्रेस वे का नाम दिया गया है. बता दें कि 2011 में पटना में मरीन ड्राइव बनाने का प्रस्ताव सरकार ने पास किया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2013 में पटना के मरीन ड्राइव का शिलान्यास किया था. दीघा से पीएमसीएच तक बनी इस सड़क की लंबाई 7.4 किलोमीटर है. जिसमें 6.5 किलोमीटर में 13 मीटर ऊंचाई तक बांध बनाकर निर्माण किया गया है. इसे पटना का पूर्वी-पश्चमी कॉरिडोर भी कहा जा रहा है. यह चार लेन का कंट्रोल एक्सेस हाईवे है. इस एक्स्प्रेस वे की कुल लागत 3390 करोड़ रुपये है, जिसका निर्माण हुडको और बिहार सरकार द्वारा संयुक्त रूप से दो चरण में किया जा रहा है. 

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जाम से लोगों को मिलेगी राहत 

बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि अशोक राजपथ का पूरा भाग मरीन ड्राइव अपने ऊपर ले लेगा. अटल पथ से जुड़ने के कारण अब लोग आसानी से गांधी मैदान से आर ब्लॉक पहुंच जाएंगे. वहीं जेपी सेतु से जुड़े होने के कारण उत्तर बिहार के लोग भी आसानी से गांधी मैदान और आर ब्लॉक पहुंचेंगे. उन्होंने बताया कि इससे पटना की आठ सड़कें जुड़ेगी. इससे पटना से जेपी सेतु के रास्‍ते सारण जिले में जाने का रास्ता बेहद आसान हो जाएगा. इस एक्स्प्रेस वे के बन जाने से राजधानी पटना के अशोक राज पथ पर अब ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी तो आपात स्थिति में pmch तुरंत पहुंचने में भी आसानी होगी.