पटना(PATNA): राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नीतीश कुमार का राजद में स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का राजद में स्वागत है. मगर मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री बनाने के लिए. उहोने आगे कहा कि जेडीयू और बीजेपी में एकता है कहां, एकता तो कभी थी ही नहीं. यह तो कुर्सी के लालच ने दोनों को एक जगह इकट्ठा करके रखा है. दोनों एक-एक पैर के हैं और एक पैर से लंगड़ा हैं. ये लोग किसी तरह से एकजुट होकर चलने का प्रयास करते हैं. ना जेडीयू दोनों पैरों पर खड़ा हो सकती है और ना बीजेपी दोनों पैरों पर खड़ा हो सकती है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का तो कोई राजनीतिक ताकत है ही नहीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में उनको पता चल चुका है.

नीतीश कुमार को हमेशा सहयोग चाहिए

जगदानंद सिंह ने आगे कहा कि कुछ पौधे ऐसे होते हैं, जो बिना किसी सहारे के बढ़ नहीं सकते हैं. ना आगे ऊंचा देख सकते हैं. ठीक उसी तरह नीतीश कुमार को भी सहयोग चाहिए. कभी मोदी का तो कभी लालू प्रसाद का. वे पेंडुलम की तरह घूमते रहते हैं. इनमें स्थिरता है ही नहीं. पहले यह चीज समझा जा सकता है कि दोनों में क्या है. अगर आत्मसम्मान रहता तो नीतीश कुमार को इतनी बदनामी और बेईज्जती झेलने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बीजेपी के साथ नहीं रहते.

जनता ने मुख्यमंत्री की कुर्सी तेजस्वी के लिए कर दिया है तय

जगदानंद सिंह ने आगे कहा कि नीतीश कुमार का राजनीति के सिद्धांतों का विसर्जन हो चुका है. नीतीश कुमार के सहयोग करने की बात पर उन्होंने कहा कि नीतीश सहयोग की चीज हैं क्या? ये तो जनता के लिए बिल्कुल ठुकराए जा चुके हैं. एक व्यक्ति के रूप में आयें, सदस्य बन के रहना चाहते हैं तो हम लोगों को कोई एतराज नहीं है. लेकिन, मुख्यमंत्री की कुर्सी तेजस्वी के लिए जनता ने तय कर दिया है. जनता का मैन्डेट उन्होंने लूट लिया है.  इसका वे प्रायश्चित करें, जिसके लिए जनता ने जनादेश दिया था,