मुजफ्फरपुर(MUZAFFARPUR): मुजफ्फरपुर स्थित बाबा गरीबनाथ धाम को बिहार का देवघर कहा जाता है. सावन महीने में यहां दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने आते हैं. जब से झारखंड बिहार से अलग हुआ, तब से सबसे अधिक श्रद्धालु सावन महीने में यहां आते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं. सावन के महीने में गरीबनाथ धाम श्रद्धालुओं के आस्था और श्रद्धा का केन्द्र रहता है. यहां आने वाले शिव भक्त 'मनोकामनालिंग' के तौर पर पूजा करते हैं.

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जलजमाव से परेशान लोग

सावन महीना इस मंदिर के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है, पर इसी सावन माह में मंदिर के बाहर हर बरसात के बाद घुटने तक पानी जमा हो जाता है. मंदिर के बाहर जमा पानी कई नालों को पाटकर सड़कों पर बहता रहता है. पुजारी अभिषेक पाठक का कहना है कि हर वर्ष लाखों कांवड़िया और हर दिन हजारों श्रद्धालु बाबा के मंदिर में आते हैं. बरसात से पहले हर साल प्रशासन जल निकासी के उपाय का दावा तो करता है पर हर साल बारिश में जलजमाव बाबा गरीब नाथ रोड में लगना तय है. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को इस जलजमाव के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

अपवित्र होकर पूजा करने को मजबूर श्रद्धालु

वहीं कुछ श्रद्धालुओं ने कहा कि घर से पवित्र होकर वह लोग पूजा करने आते हैं पर मंदिर रोड में बारिश के कारण हुए जलजमाव के कारण अपवित्र हो कर पूजा करने को मजबूर हैं. प्रशासन चाहे लाख दावा कर ले पर गरीब स्थान मंदिर रोड में जलजमाव से निजात दिलाना अब शायद बाबा गरीब नाथ के ही बस में है.