मुंगेर (MUNGER): मुंगेर के हवेली खड़गपुर नगर क्षेत्र के संत टोला निवासी अजय कुमार सा और बेबी देवी का पुत्र दिव्यांग नंदलाल अपने दोनों हाथ नहीं रहने के बावजूद पैर के सहारे इतिहास रचने की ठान ली है. बचपन में ही उच्च क्षमता के बिजली करंट की चपेट में आने से अपने दोनों हाथ गंवाने वाला नंदलाल अपनी मेधावी और आत्म बलबूते से इबारत लिख रहा है. 

नंदलाल ने पैर से बीए की परीक्षा दे दी है, सपना है IAS बनना 

दरअसल मुंगेर के आरएस कॉलेज में ग्रेजुएशन की परीक्षा चल रही है. इसमें एक छात्र के हौसले को हर कोई सलाम कर रहा है. उसकी चर्चा पूरे जिले में हो रही है. दिव्यांग नंदलाल दोनों पैर के सहारे परीक्षा दे रहा है.  उसके दोनों हाथ नहीं है. पढ़ने की जिद और IAS बनने के सपने को पूरा करने के लिए नंदलाल ने खुद को मजबूरियों को आगे झुकने नहीं दिया. वह हवेली खड़गपुर नगर इलाके के संत टोला का रहने वाला है. दिव्यांग नंदलाल बीए पार्ट वन की परीक्षा आरएस कॉलेज तारापुर में दे रहा है.  उसके पिता अजय साह भी एक छोटी दुकान चलाते हैं.  गरीबी और दिव्यांगता से लड़ रहा नंदलाल अपने हौसलों के दम पर ही पढ़ाई कर रहा है. नंदलाल ने बताया कि 2006 में बिजली के करंट लगने के कारण उसके दोनों हाथ कट गए थे. दादाजी ने हिम्मत दिया और पैर से लिखने को सिखाया. उन्होंने बताया कि में 2017 में मैट्रिक प्रथम श्रेणी से पास की थी. तत्कालीन एसडीओ संजीव कुमार ने उसे एक लाख की राशि दी थी. बीए करने के बाद बीएड की पढ़ाई करने का है.  इसके बाद आईएएस बनने का लक्ष्य है. लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण काफी समस्या हो रही है.  इसके बावजूद भी हिम्मत नहीं हार रहा हूं. मुकाम को पाने की लालसा को ठान रखी है.

नंदलाल ने 2019 में इंटरमीडिएट साइंस की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी से पास किया था. उसे 500 अंकों में 325 अंक प्राप्त हुए थे.  वहीं, वर्ष 2022 में ग्रेजुएशन में अर्थशास्त्र की परीक्षा भी पैरों के सहारे ही दे रहा है.  कॉलेज के प्राचार्य उदय शंकर दास ने बताया कि एक युवक जो कि दोनों हाथों से दिव्यांग है वह b.a. पार्ट वन का परीक्षा दे रहा है और बहुत ही अच्छे तरीके से लिख रहा है. ऐसा लग रहा है कि वह पैर से नहीं बल्कि हाथों से लिख रहा है जो कि काबिले तारीफ है