टीएनपी डेस्क (TNP DESK): बिहार में जब नीतिश कुमार पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तो उन्हें मीडिया ने सुशासन बाबू के नाम से लोकप्रियता दिलाई थी. तब उनके दो निर्णय और उसके जीवंत अमल की भूमिका अहम मानी गई थी. पहला सड़कों का जाल, दूसरा स्कूली बच्चियों को मुफ्त साइकिल. जिसने उन्हें महिलाओं के बीच मशहूर किया. इसके बाद जब भी उन्होंने सत्ता संभाली, उनके कई निर्णय को मुख्यधारा की मीडिया ने जनहितकारी बताया. पंचायत चुनाव में महिलाओं को आरक्षण और शराबबंदी के फैसले ने महिलाओं के बीच उनके ग्राफ को बढ़ाया.

लेकिन अब जब उन्होंने आठवीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है, एक ताजा सर्व के मुताबिक महिलाओं के दरम्यान उनकी लोकप्रियता घटी है. सी वोटर के सर्वे के मुताबिक नीतीश कुमार महज़ 23.3 प्रतिशत महिलाओं की पहली पसंद हैं. जबकि शिखर पर उनके डिप्टी तेजस्वी यादव हैं. तीसरे पायदान पर भाजपा के किसी नेता को मुख्यमंत्री के रूप में महिलाओं ने अपनी पसंद बताई है. ऐसी महिलाओं का प्रतिशत 17.5 है.

पुरुषों के बीच भी तेजस्वी पहली पसंद

तेजस्वी यादव महज़ महिलाओं की ही पहली पंसद नहीं अब बच चुके हैं, बल्कि बिहार के 41.8 प्रतिशत पुरुष भी उनको सीएम के रूप में देखना चाहते हैं. जबकि नीतीश कुमार को 23.8 प्रतिशत पुरुषों पसंद करते हैं. तो भाजपा को सिर्फ 19.6 प्रतिशत पुरुषों का समर्थन मिला है.

भाजपा तीसरे पायदान पर बरक़रार

अब अगर बिहार में मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद की बातकी जाए तो यहां भी तेजस्वी ने बाज़ी मार ली है. सर्वे के मुताबिक बिहार के 43 प्रतिशत लोग मुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी यादव को देखना चाहते हैं. नीतीश कुमार को 25 प्रतिशत लोगों ने अपनी पसंद बताई है. तीसरे स्थान पर भाजपा के किसी नेता को वो सीएम देख्नना चाहते हैं.