किशनगंज(KISHANGANJ): शुक्रवार के दिन सरकारी स्कूलों में छुट्टी को लेकर राजनीति तेज हो गई है. एक तरफ जहां बीजेपी शुक्रवार को स्कूल खुला रखने पर सवाल खड़े कर रही है. वहीं दूसरी तरफ अब आरजेडी का भी पदार्पण इस विवाद में हो चुका है. बता दें कि किशनगंज जिले के पांच प्रखंडों के कुल 37 ऐसे सरकारी विद्यालय हैं जो की शुक्रवार को बंद और रविवार को खुले रहते हैं. वहीं आज बहादुरगंज से राजद विधायक अंजार नईमी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो वो इस मामले को विधानसभा में उठाएंगे. उन्होंने कहा कि हालांकि यह कोई सरकारी आदेश नहीं था. मुस्लिम बहुल क्षेत्र होने की वजह से स्थानीय स्तर पर ही शुक्रवार को छुट्टी और रविवार को विद्यालय खुला रहने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है. लेकिन, इसमें अगर कोई बदलाव होता है तो इस मामले को वह विधानसभा में उठाएंगे.

जदयू विधान पार्षद खालिद अनवर ने दिया बड़ा बयान

वहीं इस मामले में जदयू विधान पार्षद खालिद अनवर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह फालतू मुद्दा है. अगर सहयोगी पार्टी को दिक्कत होता तो गुजरात में उनकी सरकार है. वहां पर भी जुम्मे के दिन छुट्टी नहीं होती, मध्यप्रदेश में उनकी सरकार है वहां पर उर्दू मीडियम स्कूल में छुट्टी नहीं होती, असम में जुम्मे के दिन छुट्टी नहीं होती. दिक्कत उनकी पार्टी के कुछ नेताओं को है, जो चर्चाओं में रहने के लिए ऐसे बयान देते हैं.

शिक्षा मंत्री ने मांगी रिपोर्ट

बता दें कि इस मामले को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री ने भी किशनगंज जिला शिक्षा पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगा है. उन्होंने पूछा कि आखिर किस आधार पर शुक्रवार को छुट्टी दी गई है. रिपोर्ट मांगे जाने के बाद सब की नजर इस बात पर टिकी हुई है कि आगे सरकार इस मामले पर क्या निर्णय लेती है. जानकारों की मानें तो यह मामला अब राज्य सरकार के गले का फांस बन चुकी है.