सीतामढ़ी(SITAMARHI): बिहार के सीतामढ़ी में लोन के नाम पर फर्जीवाड़ा किए जाने का मामला सामने आया है. भोली-भाली दर्जनों महिलाओं को गुमराह करके लाखों रुपए लोन के नाम पर निकासी कर ली गई है. यह कारनामा एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के नामित सदस्य और CSP के संचालक की मिलीभगत से किया गया है.
ये है मामला
यह पूरा मामला जिले के रून्नीसैदपुर प्रखंड के चकदोनई गांव का है. यहां भारत फाइनेंस कंपनी के द्वारा महिला समूह बना कर रोजगार के नाम पर ऋण दिया जाता है और साप्ताहिक ब्याज की वसूली की जाती है. समूह को लीड करने वाली महिला खुशबू निशा और मो इरफान जो फाइनेंस कंपनी की ऑथराइज्ड सदस्य के रूप में थे, इनके द्वारा महिलाओं को भारत फाइनेंस कंपनी से ऋण मुहैया कराया जाता था. कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था, लेकिन इसी दौरान भोली-भाली महिलाओं से सर्वे किए जाने के नाम पर इनसे अंगूठे का निशान और कागजात लेकर लाखों रुपए लोन निकाल लिया गया. एक व्यक्ति के नाम पर तीन-तीन लोन की निकासी कर ली गई. यह निकासी कंपनी के ऑथराइज्ड CSP संचालक की मिलीभगत से की गई और इस फर्जीवाड़े में संलिप्त सभी लोग अब फरार हो चुके हैं.
दिव्यांग महिलाओं के नाम पर लिया गया लोन
यह मामला उजागर तब हुआ जब इंडसलैंड बैंक का नोटिस महिलाओं के घर पहुंचा. जिसके बाद गांव में हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई. आप जान कर हैरान होंगे कि लोन ऐसी महिलाओं के नाम पर ली गई है जो महिला बधिर और दिव्यांग है. जिसे दो जून की रोटी भी बेमुश्किल ही मिल पाता है. सभी के सभी हैरान हैं कि मेरे हाथ में एक रुपया भी नहीं मिला और कर्ज सर पर चढ़ गया?
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