छपरा (CHAPRA): जब पांच साल पहले मरा बेटा वापस घर लौच कर आ जाएं, तो इसे चमत्कार नहीं तो और क्या कहा जाएगा. वहीं एक मां के लिए इससे ज्यादा खुशी की क्या बात होगी कि पांच साल पहले मरा बच्चा उसकी गोद में वापस आ जाए. चौकिए मत यह घटना सत्य है. छपरा के गण्डार गांव में 5 साल पहले सर्पदंश सेन से बच्चे की मौत हो गई थी. जिसे ग्रामीणों ने नदी में प्रवाहित कर दिया था. अब पांच साल के बाद वह बच्चा सकुशल अपने गांव के बगल के गांव में भटकता हुआ पहुंचा. बच्चे को भटकता देख लोगों ने उसे उसके घर पहुंचाया. बच्चे को देख मां की आंखे नम हो गई. फिलहाल यह घटना स्थानीय निवासियों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है.
क्या है मामला
बता दें कि आज से 5 साल पहले इस बच्चे की सर्पदंश से मृत्यु हो गई थी. उसके बाद केले के थम पर इसे लिटा कर, उस पर नाम पता लिखकर, बच्चे को नदी में प्रवाहित कर दिया गया था. भगवान की दया से यह बच्चा जीवित है. बच्चा भटकते हुए अपने पास के गांव में पहुंच गया. जब स्थानीय लोगों ने उसे देखा तो उसे उसके घर पहुंचाया. बच्चे का नाम कृष्ण कुमार है, जो गण्डार गांव के ब्रहम स्थान निवासी हरेंद्र महतो का बेटा है. स्थानीय हरेंद्र महतो ने बताया कि आज से 5 साल पहले उसे इसी जगह पर सांप ने काट लिया था और गले में नाम पता लिखकर नदी में प्रवाहित कर दिया गया था. जिसे इसुआपुर बिशनपुरा के पास से लाया गया है. जो पहचान के चिन्ह बताए गए हैं वह बच्चे के शरीर पर है.
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