गोपालगंज(GOPALGANJ): गोपालगंज में हुई मूसलाधार बारिश के बाद मॉडल सदर अस्पताल में व्यवस्था की पोल खुल गई है. अस्पताल परिसर तालाब में तब्दील हो गया है. इमरजेंसी वार्ड से लेकर प्रसव वार्ड तक पानी-पानी ही नजर आ रहा है. जलजमाव की वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी परेशान हैं. अस्पताल परिसर की सड़कों से लेकर इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की बेड तक, जिधर देखिए पानी ही पानी नजर आ रहा है. ऐसे में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों को संक्रमण फैलने का डर सताने लगा है. 

यह भी पढ़ें:

वर्षों बाद घर में बिटिया ने लिया जन्म तो परिवार ने अस्पताल से डोली में बिठाकर लाया घर 

मरीज के साथ-साथ डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को भी हो रही परेशानी 

वहीं इस मामले में अस्पताल प्रबंधक सिद्धार्थ कुमार का कहना है कि बारिश होने के बाद पानी जमा होने की समस्या उत्पन्न हुई है. इमरजेंसी वार्ड के पास जमीन का लेवल डाउन है, जबकि अस्पताल कैंपस की बाहर की सड़क का लेवल ऊंचा है. इसी वजह से बारिश होने के कारण सड़क का बाहरी पानी भी अस्पताल परिसर की ओर बहने लगता है. ऐसे में हल्की बारिश होने पर अस्पताल परिसर में पानी जमा हो जाता है. जिसके कारण मरीजों के साथ-साथ इलाज करनेवाले डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को भी परेशानी हो रही है. वहीं बारिश और बाहरी नाला का पानी अस्पताल परिसर और इमरजेंसी वार्ड में प्रवेश किये जाने के कारण संक्रमण फैलने का खतरा भी बना है.

जर्जर भवन को बनाया गया इमरजेंसी वार्ड 

आखिर ऐसी समस्या उत्पन्न क्यों हुई. इसके बारे में बताया जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन की ओर से जर्जर भवन को इमरजेंसी वार्ड बनाया गया है. इसके पहले इमरजेंसी वार्ड एक्सरे कक्ष के पास चलता था. लेकिन बाद में तत्कालीन डीएम व जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष पंकज कुमार ने पुराने भवन को रिपेयर कराकर इमरजेंसी वार्ड को शिफ्ट करा दिया. इमरजेंसी वार्ड के लिए मॉडल सदर अस्पताल में आज तक कोई भवन नहीं बना. जिस जगह इमरजेंसी वार्ड चल रहा है, वह भवन काफी पुराना और जर्जर हो चुका है. भवन काफी डाउन है, जिसके कारण मकान की फर्श को भरा भी नहीं जा सकता है. यही वजह है कि बारिश के बाद पानी इमरजेंसी वार्ड में प्रवेश कर जाता है.