पटना(PATNA): बिहार के राजनीतिक गलियारों में पिछले दो दिनों से हलचल मची हुई थी. सभी लोगों के बीच जिज्ञासा बना हुआ था कि आखिर बिहार की राजनीति किस ओर करवट लेगी. बिहार ही नहीं बिहार के बाहर अन्य राज्यों के लोग भी काफी उत्सुक थे कि इस सियासी घमासान का रिजल्ट क्या आएगा. तो आज सबका इंतजार खत्म हुआ और फाइनली नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ दिया. उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़कर अब महागठबंधन का हाथ पकड़ लिया. उन्होंने राज्यपाल फागु चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार राबड़ी आवास पर पहुंचे. वहाँ उन्होंने तेजस्वी और तेजप्रताप से मुलाकात की. इसके बाद वे मेडिया के सामने मुखातिर हुए. बता दें कि कल बुधवार को नीतीश कुमार  2 बजे 8 वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.

तेजस्वी ने यह कहा 

तेजस्वी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमलोग चाचा भतीजा हैं. हमारे घर में जो लड़ाई होती है उसपर ध्यान मत दीजिए. हमलोग लड़े भी है और आरोप भी लगाए हैं. हर घर में लड़ाई होती है उसपर ध्यान मत दीजिए. उन्होंने कहा हमलोग समाजवादी लोग हैं तो हमारी जो पुरखों की विरासत है उसे कोई और ले जाएगा क्या? वहीं तेजस्वी नीतीश कुमार से ये कहते भी नजर आए कि 2017 में जो हुआ उसे भूल जाएं. अब एक नए सफर की शुरुआत करेंगे.  

बीजेपी पर साधा निशाना 

तेजस्वी यादव ने कहा कि हम नीतीश जी का धन्यवाद करते हैं उन्होंने आज फिर से एक लीडर की तरह बिल्कुल सही निर्णय लिया है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी का तो एक ही काम है जो डरता है उसको डराओ और जो बिकता है उसको खरीदो. उन्होंने कहा कि आज हमारे यहाँ महागठबंधन की 5 दलों की बैठक हुई और मुझे निर्णय लेने की जिम्मेदारी दी गई. लेकिन नीतीश जी ने बिहार और लोकतंत्र के हित में फैसला लिया है.

आज दिन में क्या हुआ?

पहले खबर आई कि नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है. इसके बाद कयास लगाए जाने लगे कि नीतीश कुमार इस्तीफा देंगे. इसके बाद जदयू के विधायकों और सांसदों की बैठक हुई. वहीं एक ओर राजद की भी बैठक चली. वहीं तीसरी बैठक डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के आवास पर भी चल रही थी. जिसमें बीजेपी के मंत्री शामिल थे. 
इसके बाद नीतीश कुमार राज्यपाल से मिले. उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा. राज्यपाल ने इस्तीफा मंजूर कर लिया. इसके बाद नीतीश राजभवन से बाहर आए और वे राबड़ी आवास पहुंचे. वहां वे तेजस्वी यादव और आरजेडी के नेताओं से मिले. इसके बाद तमाम नेताओं के साथ तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार वापस राज्यपाल के पास पहुंचे और उन्होंने 164 विधायकों के समर्थन वाला पत्र राज्यपाल को सौंपा. 
कुल मिलाकर पिछले कई दिनों से चल रही बिहार राजनीति की उठापटक अब थोड़ी थमती हुई नजर आ रही है. सूत्रों  के मुताबिक बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे और तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बनेंगे. यही फार्मूला 2015 में भी लागू किया गया था. मगर, दोनों की ये सरकार 2 साल तक ही चली थी. इस बार देखना होगा कि ये सरकार कितने दिनों तक चलती है.