पटना(PATNA): नालंदा किसका? ये सवाल आरसीपी सिंह के बयान के बाद अब जोर शोर से उठने लगा है. नीतीश खुद को नालंदा के लाल बताते रहे हैं. मगर, अब आरसीपी सिंह ने उनके नालंदा के होने पर ही सवाल उठा दिया है. दरअसल, आरसीपी सिंह ने कहा है कि हम नालंदा के हैं, नीतीश तो पटना के हैं.

आरसीपी सिंह ने भले ही ये बयान जहानाबाद में दिया हो, लेकिन निशाना नालंदा है. नीतीश और आरसीपी दोनो एक ही जाति के हैं. और नालंदा उनकी जाति विशेष का गढ़ माना जाता रहा है. 7 विधान सभा सीट वाले नालंदा पर अब आरसीपी सिंह अपना दावा कर रहे है. जबकि कल तक नीतीश की पहचान नालंदा के लाल के रूप में थी. नालंदा का वोट लेने के लिए कल तक नीतीश के खासम-खास रहे आरसीपी सिंह ने नीतीश के नालंदा के होने पर ही सवाल उठा दिया और अपने आप को असली नालंदा का बता रहे हैं.

बीजेपी ने नीतीश कुमार का किया समर्थन

आरसीपी सिंह के इस दावे पर जेडीयू बोलने से परहेज कर रही है. लेकिन बीजेपी आरसीपी सिंह के दावे को खारिज करते हुए नीतीश कुमार के समर्थन में उतर गई है. पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि यह तो आरसीपी ही बता सकते हैं, लेकिन जो व्यक्ति जहां जन्म लेता है, वहीं का जाना जाता है. वहीं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने आरसीपी सिंह के इस दावे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जेडीयू में एक ही शेर है वह हैं सिर्फ नीतीश कुमार.

जेडीयू में चल रही खींचतान के बीच आरसीपी सिंह के दावे को लेकर विपक्ष चुटकी लेने में लगा हुआ है. कांग्रेस और आरजेडी के प्रवक्ताओं ने आरसीपी सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि ब्यूरोक्रेट्स को राजनीति में लाने वाले नीतीश कुमार हैं. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के समर्थक जेडीयू समर्थक बनकर आरसीपी सिंह के पक्ष में नारे लगा रहे हैं. नालंदा को लेकर दोनों नेताओं का दावा है लेकिन नालंदा किसका है? इस सवाल का जवाब तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा, जब नालंदा के लोग अपना नेता चुनेगे.