भागलपुर(BHAGALPUR): कभी बिहार का भागलपुर कोसा की साड़ियों के लिए मशहूर था, परंतु अब इसने मुंगेर से प्रतियोगीता कर ली है। बता दें कि अवैध हथियार के लिए मुंगेर जिला बदनाम रहा है। लेकिन इधर भागलपुर ने इस मामले में बाजी मार ली है।सजौर पुलिस और भागलपुर पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है. फैक्ट्री सजौर थाना अंतर्गत दौना गांव के मोहम्मद इकराम, पिता-औरंगजेब के घर चलती थी.
भारी मात्रा में सामान बरामद
जिला विधि व्यवस्था डॉ गौरव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अवैध हथियार बनाने का औजार और सामग्री भारी मात्रा में बरामद की गई. इसके अलावा एक देशी पिस्टल जो पूर्व निर्मित हैं, साथ में अर्ध निर्मित सेमी राइफल, अर्ध निर्मित 12 बोर, 8 बोर बनाने हेतु लोहे का पाइप और बैरल ड्रिल मशीन, 15 छोटा रेती, 6 बॉल का बोरिंग काटने वाला, एक जिंदा करतूत (132 बोर), एक जिंदा कारतूस (12 बोर), एक जिंदा कारतूस 7. 62एमएम, 315 बोर का 2 मिनि फायर लोहे का करतूत, 3 चिमटा, दो लोहे का आरी ब्लेट, अलग-अलग डायमीटर का ड्राइंग रेड, 17 पिस छोटा छेनी, तीन पीस मिनी बिल्डिंग आदि बरामद हुआ हैं. साथ ही 6 कीपैड मोबाइल और 1 ओप्पो कंपनी का एंड्रॉयड फोन बरामद किया गया है. वहीं, डॉ कुमार ने बताया कि दो और अभियुक्त हैं जो फिलहाल फरार चल रहे हैं, उन्हें भी जल्द-जल्द से गिरिफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस की टीम छानबीन कर रही हैं.
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