दुमका(DUMKA) : भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका, बांग्लादेश के बाद अब नेपाल जल रहा है. 4 सितंबर से जारी हिंसा की कमान Gen Z के हाथों में है. Gen Z एक जनसांख्यिकीय समूह है जो उन लोगों को संदर्भित करता है जिनका जन्म 1997 से 2012 के बीच पैदा हुए है. नेपाल की लगभग 40 प्रतिशत आबादी Gen Z की है. नेपाल की बर्बादी का तात्कालिक कारण भले ही सरकार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाना हो लेकिन इसके तह में शिक्षित बेरोजगारी और देश में व्याप्त भ्रष्टाचार है. बेरोजगार युवाओं के समय व्यतीत करने का जरिए सोशल मीडिया था, जिसपर प्रतिबंध लगते ही युवा आक्रोशित हो गए और नेपाल तहस नहस हो गया.
विज्ञान वरदान है या अभिशाप
ये तो हुई नेपाल की बात लेकिन सबक विश्व के तमाम देशों के लिए है. आज के दौर में मोबाइल और इंटरनेट लोगों की जरूरत बन गई है. इसे विज्ञान का वरदान कह सकते है. लेकिन वरदान के साथ साथ यह अभिशाप भी बन जाता है जब मोबाइल और इंटरनेट पर इंसान की निर्भरता अधिक हो जाती है. खासकर युवा और किशोर के लिए यह एक प्रकार का नशा है. हमारे देश में भी आए दिन इस प्रकार की खबरें सामने आती है जब मोबाइल नहीं मिलने से नाराज किशोर और युवा मरने और मारने पर उतारू हो जाते है. उन्हें इस बात का एहसास भी नहीं होता कि जो कदम वह उठाने जा रहा है उसका दुष्परिणाम क्या होने वाला है.
बहन ने नहीं दी खेलने के लिए मोबाइल तो भाई ने कर ली खुदकुशी
ताजा मामला झारखंड की उपराजधानी दुमका का है जब गेम खेलने के लिए मोबाइल नहीं मिलने से नाराज 12 वर्षीय मासूम सुभाष हाजरा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना गुरुवार को सरैयाहाट थाना के माथा केशो गांव में घटित हुई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और शव परिजनों को सौंप दिया.
घटना के वक्त घर में अकेले था सुभाष
जानकारी के अनुसार सुभाष अपने 5 बहन और 2 भाई में सबसे छोटा है। तीन बहन की शादी हो चुकी है. पिता के साथ बड़े भाई रोजी रोटी की तलाश में चेन्नई गया हुआ है. घर पर मां के साथ सुबह और एक बहन रहती है. गुरुवार को सुभाष पढ़ने गांव का स्कूल गया लेकिन थोड़ी देर बाद वह वापस आ गया. घर लौटकर उसने बहन से गेम खेलने मोबाइल मांगा, लेकिन बहन ने मोबाइल देने से इनकार कर दिया. बहन मोबाइल लेकर घर से बाहर चली गई. मां भी घर से बाहर थी. नाराज सुभाष ने बहन के दुपट्टा के सहारे खपरैल घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कुछ देर बाद घर पहुंची मां यह दृश्य देख कर दंग रह गई. शोर गुल सुन कर आसपास के लोग इकट्ठा हुए और सूचना पुलिस को दी गई। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.
क्या गुल खिलाएगा Gen अल्फा और बीटा!
यह घटना हमें सोचने पर विवश कर रहा है कि आखिर कहां जा रहा है हमारा युवा वर्ग. नेपाल के बहाने Gen Z की ताकत को दुनिया ने देखा. जरा सोचिए Gen Z के बाद की पीढ़ी यानि Gen अल्फा और Gen बीटा आने वाले समय में क्या गुल खिलाएगा.
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