मधुबनी(MADHUBANI): भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 48वीं वाहिनी अंतर्गत पिपरौन कैंप के जवानों ने जटही बॉर्डर मानव तस्करी के विरुद्ध एक बड़ी कार्रवाई की है. कार्रवाई में एक चार पहिया वाहन में एक आठ वर्षीय बच्ची को भारत से नेपाल ले जा रहे एक नेपाली अधेड़ समेत बच्ची के पिता को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अधेड़ की पहचान नेपाल के धनुषा, जिला अंतर्गत जनकपुर वार्ड-16 निवासी विक्रम पंजियार का पुत्र अमर पंजियार के रूप में हुआ है. एसएसबी जवानों ने चार पहिया वाहन के साथ बच्ची और गिरफ्तार आरोपित को हरलाखी पुलिस के संरक्षण में दे दिया है.

बच्ची को गाड़ी के डिक्की रखा गया था

पुलिस इस मामले में चाइल्ड हेल्पलाइन के अधिकारियों को बुलाकर मामले की बारीकी से जांच की जायेगी. जांच के दौरान मामले में बच्ची के पिता की भी संलिप्ता सामने आई है. इसके बाद पुलिस ने बच्ची के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया. भारत-नेपाल बॉर्डर पर आरोपित नेपाली नंबर टोयटा चार पहिया वाहन से बच्ची को लेकर नेपाल जा रहा था, जहां एसएसबी के द्वारा जांच के क्रम में बच्ची को गाड़ी के डिक्की में रोता हुआ देखा, जिस पर जवानों को शक हुआ और बच्ची व वाहन के साथ आरोपित को हिरासत में लेकर हरलाखी थाना पुलिस के हवाले कर दिया. इसके बाद चाइल्ड लाइन जयनगर की टीम थाने पहुंचकर पुलिस के साथ मामले की जांच की.

जांच में पाया गया कि आरोपियों ने लड़की को अपने घर में काम करवाने के लिए बासोपट्टी से नेपाल ले जा रहा था, जबकि सरकार द्वारा जारी संवैधानिक नियमानुसार नाबालिग से काम कराना दंडनीय अपराध है, जिसको लेकर पुलिस ने चाइल्ड हेल्पलाइन जयनगर के सदस्य सविता देवी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर विधि सम्मत कार्रवाई की.

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न्यायिक हिरासत में भेजे गए दोनों आरोपित

पुलिस ने मामले में संलिप्त दोनों आरोपित को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. वहीं, लड़की को चाइल्ड हेल्पलाइन जयनगर के हवाले कर दिया गया. थाना अध्यक्ष अनोज कुमार ने जानकारी दिया कि प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया गया है.