रांची (RANCHI): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को 7 वीं से 10 वीं जेपीएससी में सफल अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र सौंपने जा रहे हैं. बेरोजगार युवाओं के लिए यह राहत भरी खबर है. क्योंकि राज्य से लेकर बाहर तक के लोग जानते हैं कि झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन का विवादों से गहरा नाता रहा है. दसवीं जेपीएसएसी की परीक्षा देने वाले ज्यादा खुश हैं, क्योंकि रिजल्ट में कुछ अड़चनें आ गई थीं, इसको लेकर आयोग के चेयरमैन दो बार राजभवन भी तलब किए गए, क्योंकि अभ्यर्थी ने आयोग पर गड़बड़ी का आरोप लगाया था. अभ्यर्थी ने भी राजभवन में जाकर राज्यपाल से मुलाकात कर आयोग की गड़बड़ियों को रखा था. सातवीं से दसवीं संयुक्त सैनिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा 2021 को महज 252 दिनों में ही कंप्लीट करते हुए सफल अभ्यर्थियों के हाथों में नियुक्ति पत्र 8 जुलाई को सरकार सौंपने जा रही है.

250 दिनों में पूरी की सारी प्रक्रिया 

जेपीएससी सातवीं से दसवीं सिविल सर्विस परीक्षा एक नया रिकॉर्ड बनाया महज 250 दिनों में जेपीएससी ने सारी प्रक्रिया को पूरी करते हुए यह नया रिकॉर्ड कायम किया है. आयोग 252 सभी चयनित अभ्यर्थियों को 8 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा. इस कार्यक्रम में राज्य के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महत्व श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विभाग के मंत्री सत्यानंद भोक्ता, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री जोबा मांझी, एवं कृषि पशुपालन सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख मौजूद रहेंगे. बता दे झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन ने फरवरी 2021 में जेपीएससी सातवीं से दसवीं की एडवर्टाइज निकाली थी. विज्ञापन के बाद अभ्यर्थियों के द्वारा परीक्षा फीस को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया था हालांकि धरना प्रदर्शन के बाद परीक्षा फीस आयोग ने कम कर दिया रिकॉर्ड तोड़ते हुए क़रीब तीन लाख से अधिक परीक्षार्थी पीटी परीक्षा में शामिल हुए थे.

सितंबर में ली गई थी पीटी परीक्षा 

19 सितंबर 2021 को राज्य के कई जिलों में परीक्षा केंद्र बनाकर कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराते हुए इस परीक्षा को संपन्न कराया गया था. पीटी परीक्षा के खत्म होते ही राज्य के कई जिलों में लोहरदगा और साहिबगंज जिलों में क्रमवार रोल नंबर से पास कई अभ्यर्थी क्लास रूम में बैठे हुए थे. यह मामला काफी तूल पकड़ा और छात्र नेताओं के द्वारा राजधानी रांची में धरना प्रदर्शन का भी कार्यक्रम रखा गया. हालांकि धरना प्रदर्शन के बाद आयोग ने इसकी जांच भी की और कई क्रमवार रोल नंबर वाले छात्रों को महज संयोग बताते हुए निकाला भी गया.

पॉलिटिकल पार्टी ने भी सेंकी थी राजनीतिक रोटियां 

आयोग के बाहर धरना प्रदर्शन करने लगे पॉलिटिकल पार्टी भी इसमें अपनी राजनीतिक रोटियां सेकीं और कई मांगों को लेकर छात्र नेताओं के द्वारा धरना प्रदर्शन करीब 22 दिनों तक राजधानी रांची में चलता रहा धरना प्रदर्शन के दौरान हैं. शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में भी जमकर विपक्ष रे जेपीएससी में हुई गड़बड़ियों को लेकर लगातार विपक्ष के सभी नेताओं के द्वारा उठाई गई थी और कई बार सदन जेपीएससी की आवाज से गूंजती रही और सदन भी भंग होता रहा.

रिवाइज्ड रिज़ल्ट में कई अभ्यर्थी हुए थे बाहर 

आयोग की तरफ से मेंस परीक्षा की तिथि निकालते हुए फॉर्म फिलअप भी करवाने लगी अभ्यर्थियों का गुस्सा और आक्रोश और भी बढ़ता गया. धरना प्रदर्शन राजधानी रांची के बापू वाटिका में भी रखा गया. धरना प्रदर्शन रिजल्ट भी रिवाइज रिजल्ट में करीब 60 से अधिक अभ्यर्थी बाहर हुए, जेपीएससी मेंस की तैयारी करने के लिय छात्रों को कम वक्त मिला जो रिवाइज रिजल्ट से परीक्षा में इंटर हुए हालांकि अभी भी सातवीं से दसवीं परीक्षा को लेकर कोर्ट में कई मामले अभ्यर्थियों के द्वारा किया गया है वह लंबित है. लेकिन आयोग ने जल्दबाजी में ही 1 जून को फाइनल रिजल्ट भी घोषित कर दिया.