दुमका(DUMKA): गोड्डा पुलिस द्वारा सूर्या हांसदा के एनकाउंटर के बाद सूबे की सियासत गर्मा गई है. पहले JLKM सुप्रीमो जयराम महतो फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में भाजपा की टीम मामले की जांच के लिए सूर्या के गांव डकैता पहुंची, परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली. घटना पर दुख व्यक्त करते हुए इसे साजिश करार दिया.

किसी ने कहा बागी तो किसी ने कहा गांव का ट्रेडीशनल हेड

मीडिया से बात करते हुए जयराम महतो ने सूर्या को अपराधी के बजाय बागी करार दिया. वहीं अर्जुन मुंडा ने कहा कि सूर्या का परिवार गांव के ट्रेडीशनल हेड होने के नाते उस जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे थे. नेताओं ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए फिर से पोस्टमार्टम कराने की मांग की है.

पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

इसमें कोई शक नहीं कि सूर्या हांसदा पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे. कई मामलों में बरी भी हुए. रिकॉर्ड के आधार पर अगर सूर्या को अपराधी मान भी लिया जाए तो सजा देने का अधिकार कोर्ट को है. न्यायपालिका अपना काम कर रही थी. लेकिन कथित एनकाउंटर के बाद पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

रिपोर्ट: पंचम झा