दुमका (DUMKA) : विवेक की आत्मा को आज बेशक तसल्ली मिली होगी. द न्यूज पोस्ट की मुहिम रंग लाई और आज विवेक की मौत का आरोपी सलाखों के पीछे है. दुमका के लोगों को भी इस खबर से सुकून पहुंचा है. वे लगातार कैंडल मार्च और धरना-प्रदर्शन के जरिए आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. बता दें कि शुरुआती गलतियों के बाद दुमका पुलिस ने भी गंभीरता दिखाई. मामले में पुलिस की सक्रियता का ही नतीजा रहा कि शनिवार को विवेक की मौत का आरोपी सलाखों के पीछे है.

मौत के बाद आक्रोशित थे शहर के लोग

प्रेम-प्रसंग में प्रेमिका के परिजनों ने प्रेमी विवेक साह की सोमवार को बेरहमी से पिटाई की थी. इससे इलाज के दौरान विवेक की मौत हो गयी. पिटाई का वीडियो किसी ने बना दिया था, और वह वीडियो वायरल हो गया था. विवेक की मौत से शहरवासी काफी आक्रोशित हो गए थे. लगातार लोगों द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा था. इस मामले में पुलिस प्रेमिका के पिता को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, लेकिन मुख्य आरोपी प्रेमिका का चाचा फरार चल रहा था. शुक्रवार की देर रात पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर प्रेमिका के चाचा मेघु गोराई को भी गिरफ्तार कर लिया है. आज शनिवार को उसे मेडिकल जांच के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है.

सवाल हर घर में

पिछले छह दिनों से इस घटना ने प्रेमी के परिजनों ही नहीं, दुमका के हर घर के लोगों की नींद जैसे चुरा ली थी. विवेक को खो कर उसके परिवार वालों का बुरा हाल था. वैसे नींद तो दुमका के हर घर से माता-पिता की उड़ी होगी जिनके बच्चे विवेक और उसकी प्रेमिका की उम्र के दौर से गुजर रहे हैं. अपनी परवरिश को  लेकर मन में सवाल उठा होगा, बच्चों के भविष्य की चिंता सतायी होगी. यह भय मन में पनपा होगा कि कहीं हमारे बच्चों के साथ भी ऐसा ही कुछ नहीं हो जाए. विवेक की मौत ने शहर के लोगों को झकझोर दिया था. यही कारण था कि नवंबर की सर्द रात में कैंडल लेकर हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उमड़े. पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर आमलोगों ने सवाल किया. आरोपियों को पकड़ कर सलाखों के भीतर लाने की मांग की. 

एसडीपीओ ने कहा...

वीडियो वायरल होने के बाद इस बात में शक की गुंजाइश ही नहीं रह गई कि कातिल कौन है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि विवेक की बेरहमी से मौत के जिम्मेवार कौन हैं. दुमका के एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने भी शनिवार को पत्रकारों के सामने यही बात कही. एसडीपीओ ने कहा कि प्रेमिका के चाचा मेघु गोराई की इसी आधार पर गिरफ्तारी भी हुई है. पुलिस की माने तो प्रेमिका के चाचा को भी अपनी गलती का अहसास है. उन्होंने कहा है कि आवेश में आकर विवेक के साथ मारपीट करना गलत कदम था. विवेक को जहर खिलाने की बात भी सामने आयी थी, पर इस बारे में एसडीपीओ ने पुष्ट नहीं की. कहा कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही इस बाबत कुछ कहा जा सकता है.

बहरहाल, इस पूरे प्रसंग में जहां एक परिवार की उम्मीदों का चिराग बुझ गया है, वहीं दूसरा परिवार भी चैन और नींद खो चुका. अब आरोपी को क्रा सजा मिलेगी, यह तो न्यायिक प्रक्रिया का अंग है, पर इस पूरे प्रकरण ने अभिभावकों को बच्चों की परवरिश, उनके मन में उठते सवाल और हमारे रवैय्ये को लेकर एक बार सोचने का विवश जरूर कर दिया है.