रांची (RANCHI) : विधानसभा का बजट सत्र 25 फरवरी से शुरू हो गया है. राज्यपाल का अभिभाषण सुबह 11:30 बजे शुरू हुआ जो चालीस मिनट का चला. इससे पूर्व राज्यपाल के विधानसभा पहुंचते ही विधानसभा अध्यक्ष ने उनका स्वागत किया. उधर सदन के बाहर नियोजन नीति और स्थानीय नीति को लेकर बगोदर विधायक बिनोद सिंह और गोमिया विधायक लंबोदर महतो विधानसभा के मुख्य द्वार पर बैनर लेकर धरने पर बैठ गए. विनोद सिंह ने भाजपा सरकार की स्थानीय नीति को रद्द करने की मांग की. वहीं लंबोदर महतो ने कहा कि राज्य सरकार 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय और नियोजन नीति लागू करे.

राज्यपाल के अभिभाषण के मुख्य बिंदू

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में बताया कि हमारी सरकार ने  दो वर्षोंं तक बेहतर कार्य किया है. उन्होंने बताया कि 1 हजार दिनों में रक्त की समस्या से राज्य को मुक्त किया जाएगा.

सर्वजन  पेंशन योजना की चर्चा की.

जानकारी दी कि  गिरिडीह और बुंडू में प्लांट का स्वच्छ सर्वेक्षण में 100 निकाय के श्रेणी में प्रथम स्थान मिला है. प्रधानमंत्री योजना शहरी के 2,47 हजार आवेदन में 2 ,18 हजार को ही स्वीकृति है. 82 हजार पूर्ण किये हैं. 75 हजार निर्माण में है.

बताया कि अब तक जॉब कार्ड 65 हजार 78 निर्गत किये गए .

अपने अभिभाषण के दौरान राज्यपाल ने कहा कि राज्य गठन के समय से पारा शिक्षकों की समस्या बनी हुई है. हमारी सरकार ने पारा शिक्षकों को 60 वर्ष के लिए स्थाई किया गया. राज्य के पारा शिक्षक अब सहायक अध्यापक के नाम से जाने जाएंगे.

उन्होंने कहा कि मानव विकास में शिक्षा सबसे अहम होती है. हमारी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में जोर दिया जिससे राज्य में शिक्षा दर बढ़ेगी.

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में झारखंड में पत्रकार बीमा योजना  की शुरुआत के बारे में भी जानकारी दी.

राज्य के युवा जो रास्ते से भटक गए हैं, वह उस रास्ते को छोड़ कर मुख्य धारा से लौटे, इसके लिए राज्यपाल ने आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राज्य को उग्रवाद मुक्त करने को लेकर हमारी सरकार काम कर रही है.