गुमला ( GUMLA) -  आमतौर पर पुलिस किसी घटना के बाद मौके पर पहुंचती है और तब छानबीन करती है, लेकिन और पुलिस घटना से पहले मौके पहुंच गयी और एक महिला की इज्जत नीलाम होने से बचा लिया. गुमला जिला के घाघरा में एक महिला को डायन बिसाही के आरोप में प्रताड़ित करने की योजना को पुलिस ने ऐन मौके पर विफल कर दिया. गांव के कुछ लोग महिला के बाल काटकर और चूना टीका लगाकर गांव में घुमाने की योजना बना रहे थे. इसकी सूचना घाघरा थाना प्रभारी अभिनव कुमार व एसआई मुकेश कुमार को मिली जिसके बाद तत्काल वे गांव पहुंचे और ग्रामीणों के साथ बैठक की. ग्रामीणों में उक्त महिला के प्रति इतना अंधविश्वास जकड़ चुका था कि बैठक में बुलाने पर भी कोई बैठक में नहीं पहुंचा. जिसके बाद वार्ड सदस्य गांव के पूरे घर घर में जाकर आग्रह पूर्वक बुलाया तब जाकर बैठक में लोग पहुंचे. 

थानेदार ने डायन बिसाही को बताया अंधविश्वास

थानेदार ने कहा डायन बिसाही जैसी कोई बात नहीं होती है, ये सिर्फ अंधविश्वास और एक कमजोर महिला को प्रताड़ित करने का ढोंग है. डायन बिसाही जैसी कोई भी चीज नहीं होती यदि ऐसा होता तो लोग जो चाहते वो कर लेते. उन्होंने कहा येह सब केवल मन का भ्रम है और डायन बिसाही कहना है एक कानूनन जुर्म है. इसमें कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई होती है जिसमें लोगों को जेल भेजा जाता है.

डायन बिसाही कहना एक कानूनन जुर्म

किसी भी महिला या पुरुष को डायन बिसाही कहना यह कानूनन अपराध है और किसी को डायन बिसाही के नाम पर मारपीट करने वाले सभी के ऊपर कानूनी कार्रवाई होती है। थानेदार ने गावों के लोगों से कहा कि यह एक छोटा गांव है, सभी भाईचारगी के साथ एक दूसरे से मिलजुल कर रहे और डायन विषय जैसी कोई भी चीज नहीं होती.

गाँव के लोगों को खुद पर हुई शर्मिंदगी

बैठक के बाद गांव के लोगों ने थानेदार का बात को ध्यान से सुना और अपने आप को शर्मिंदगी महसूस करते हुए कहा कि हम लोगों से बहुत बड़ी गलती हो रही थी. गाँव के लोगों ने पुलिस को यह भरोसा दिलाया कि गांव में ऐसी कोई भी घटना डायन बिसाही को लेकर नहीं होगा. जिसके बाद थानेदार ने गांव के लोगों को अपना फोन नंबर देते हुए कहा किसी भी तरह की समस्या में बेहिचक उन्हें फोन कर सकते हैं. साथ ही कहा “मैं आप लोगों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर हूँ।“

 

रिपोर्ट: सुशील कुमार सिंह, गुमला