देवघर (DEOGHAR) : देवघर के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. अगले महीने यानि मई से यहां हवाई सेवा शुरू हो जाएगी.  डीजीसीए द्वारा लाइसेंस मिलने के बाद मई में किसी दिन इस एयरपोर्ट का विधिवत उदघाटन हो जाएगा. लाइसेंस मिलते ही इस एयरपोर्ट से स्पाइस जेट, इंडिगो, गो एयर, विस्तारा और एयर इंडिया एयरलाइन्स द्वारा हवाई सेवा शुरू कर दी जाएगी. पहले मुम्बई, दिल्ली और बंगलुरू के लिए सेवा शुरू होगी. फिर यात्रियों की मांग के अनुसार अन्य एयरपोर्ट के लिए सेवाएं शुरू की जा सकती है. सूत्रों के हवाले यह जानकारी मिली है.

देवघर एयरपोर्ट लिमिटेड के नाम से पहचान

अगर सबकुछ सही रहा तो देवघर एयरपोर्ट से मई में बड़े हवाई जहाज का आवागमन शुरू हो जाएगा. DRDO,  केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से इस एयरपोर्ट का निर्माण कराया गया है. फिलहाल देवघर एयरपोर्ट लिमिटेड के नाम से जाना जाएगा. बाद में राज्य और केंद्र सरकार की सहमति के बाद इसका नाम बदला जा सकता है. 2500 मीटर लंबा रनवे सहित पूरा एयरपोर्ट बन कर तैयार है.

लाइसेंस के लिए दिल्ली में डेरा डाले हैं डायरेक्टर

 अत्याधुनिक उपकरणों से लैस इस एयरपोर्ट का  डीजीसीए (directorate general of civil aviation) द्वारा पहले 3C का लाइसेंस 11 या 12 अप्रैल को दिया जाएगा. 3C एरोड्राम का लाइसेंस निर्गत होते ही देवघर एयरपोर्ट के अधिकारी इसके अगले दिन 4C एरोड्रम का लाइसेंस निर्गत करने का आवेदन देंगे.  उम्मीद है अगले सप्ताह में ही डीजीसीए द्वारा 4 C का लाइसेंस निर्गत कर दिया जाएगा. सूत्रों के हवाले मिली जानकारी के मुताबिक लाइसेंस लेने के लिए देवघर एयरपोर्ट लिमिटेड के निदेशक संदीप ढिंगरा इन दिनों दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. आपको बता दें कि 3C एरोड्रम के लाइसेंस मिलने के बाद 72 सीटर तक प्लेन का परिचालन शुरू करने के लिए हरी झंडी डीजीसीए द्वारा मिलती है. 4C एरोड्रम लाइसेंस मिलते ही देवघर एयरपोर्ट से एयरबस 320 जैसी बड़ी जहाजों का परिचालन शुरू हो जाएगा. फिर इस एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू होने लगेगी.

401 करोड़ रुपए की राशि खर्च

देवघर एयरपोर्ट लिमिटिड का लगभग 654 एकड़ भूमि में निर्माण कराया गया है. इसके निर्माण में पर तकरीबन 401 करोड़ की राशि खर्च की गई है. इसका टर्मिनल भवन 4000 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में बनाया गया है. 2500 मीटर लंबे रनवे के साथ ये एयरपोर्ट एयरबस 320 आदि विमानों के ऑपरेशन के लिए बिल्कुल उपयुक्त है. टर्मिनल बिल्डिंग में छह चेक-इन काउंटर,दो आगमन प्वाइंट और भीड़भाड़ की स्थिति में यहाँ 200 यात्रियों को संभालने की क्षमता है. एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया, DRDO और झारखंड सरकार के सहयोग से देवघर एयरपोर्ट लिमिटेड का निर्माण कराया गया है. सोलर लाइट,सुसज्जित पार्किंग, गार्डन सहित देवघर की झलक आपको एयरपोर्ट पर दिखेगी.

एयर कनेक्टिविटी से होगा यह लाभ

देवघर ही नही झारखंड के कई जिलों के अलावा बिहार और बंगाल के लोगो को हवाई यात्रा की सुविधा मिलने लगेगी. हवाई मार्ग से जुड़ जाने के बाद अब विदेशी सैलानियों का भी यहाँ आना आसान हो जाएगा. दुनिया के बड़े शहरों से हवाई मार्ग से जुड़ जाने के बाद यहां के प्रतिभाशाली छात्रों को भी आवागमन की परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा. इतना ही नहीं इससे इस क्षेत्र में उद्योग-धंधे को भी काफी बढ़ावा मिलेगा. उद्योग-धंधे और अन्य व्यावसायिक कारोबार को भी फलने-फूलने का पूरा मौका मिलेगा. प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे वहीं चिकित्सा के क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.