दुमका (DUMKA)-आज विजयदशमी का त्यौहार है. इस अवसर पर जिले में असामाजिक तत्वों ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का असफल प्रयास किया.  दुमका नगर थाना अचानक गोशाला में तब्दील हो गई. दरअसल शुक्रवार को दुमका में पशु हाट लगता है. हाट से पशु खरीदकर कुछ लोग घर जा रहे थे. इसी दौरान डीसी चौक पर कुछ युवाओं ने पशु को पकड़ कर नगर थाना के हवाले कर दिया. हिन्दू क्रांति सेना के जिलाध्यक्ष के लैटर पैड पर संगठन ने प्रसासन से अवैध पशु तस्करी पर रोक लगाने का आवेदन दिया. वहीं पशु खरीदकर घर जा रहे एक दर्जन के करीब किसान/व्यापारी भी नगर थाना पहुंचे. उन्होंने अपने आवेदन में डीसी चौक पर कुछ युवाओं द्वारा प्रति पशु 5 सौ रुपये रंगदारी मांगने और नहीं देने पर मार पीट का आरोप लगाया. इसके बाद आधा दर्जन व्यवसायी के साथ बेरहमी से मार पीट की गई. नगर थाना द्वारा सभी को इलाज के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. पूरे मामले में बाजार समिति के सचिव का कहना है कि पशु व्यवसायी और किसान द्वारा पशु की खरीद वैध तरीके से हुई है क्योंकि उसका रशीद भी काटा गया है.

दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

बता दें कि पशु व्यवसायी द्वारा जो आवेदन थाना में दिया गया है उसमें किसी व्यक्ति या संगठन का नाम नहीं है. मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीपीओ नूर मुस्तफा नगर थाना पहुंचे. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

पहले भी घट चुकी है ऐसी घटना

प्रशासनिक अवसर पर पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच होनी ही चाहिए क्योंकि आज विजयादशमी के दिन दुमका के डीसी चौक पर जो घटना घटी वह कई सवालों को जन्म देती है. दुमका में कई ऐसे अफसरों पर देखा गया है हिंदू हो या मुस्लिम आपस में मिलकर त्यौहार मनाते हैं. जो सांप्रदायिक सौहार्द का एक अनूठा उदाहरण है, लेकिन आज के दिन सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश किसने की इसकी भी जांच होनी चाहिए. धर्म के नाम पर अपनी रोटी देखने वालों को बेनकाब करना प्रशासन का काम है. वहीं पीड़ित ने भी अपने आवेदन में किसी का नाम नहीं दिया है. घटना के बाद हिंदू क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश चंद्र गंधर्व और झामुमो नेता मो सलाम नगर थाना में देखे गए. साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में प्रकाश चंद्र गंधर्व पूर्व में जेल भी जा चुके है. सूत्रों की मानें तो एक सप्ताह पूर्व भी ग्रामीण क्षेत्र में पशु व्यवसायी और कुछ लड़कों के बीच नोक झोंक हुई थी. जहां पशु व्यवसायी और ग्रामीणों को भारी पड़ता देख लकड़े वहां से भाग खड़े हुए. उसकी परिणति आज की घटना है.

रिपोर्ट :  पंचम झा, दुमका