रांची (RANCHI): राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉसवोटिंग के दाग़ से अबतक प्रदेश कांग्रेस उबर नहीं सकी है. वहीं उनके लापता उनकी अफवाह ने भी पार्टी हाईकमान के कान खड़े किये. हालांकि दो दिन पहले जब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय रांची पहुंचे तो उन्होंने वन टू वन सभी विधायकों से बात की और मीडिया से बताया कि सारी बातें अफवाह थीं. अब सक कुछ ठीक हो चुका है. लेकिन हकीकत में ऐसा हरगिज नहीं है. 

अब खबर है कि कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के कामकाज से पार्टी नेतृत्व की नाराजगी चल रही है. संगठन की ओर से मंत्रियों को दिए गए टास्क को नजरंदाज करने की भी बातें निकल कर सामने आ रही हैं. इसके बाद से ही आलाकमान ने फेरबदल के संकेत दे दिए हैं. राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए के प्रत्याशी को सिर्फ 9 वोट ही मिले थे. आलाकमान ने इसे गंभीरता से ले लिया है. राष्ट्रपति चुनाव परिणाम के बाद प्रभारी अविनाश पांडे झारखंड दौरे पर हैं. आलाकमान को प्रभारी रिपोर्ट सौंपेंगे.

 
क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को चिन्हित कर रिर्पोट भी सौंप दी गई है

राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के रिर्पोट के आधार और संगठन के काम को तरजीह नहीं देना, यह कारण ही बदलाव के संकेत दे रहे हैं. प्रदेश प्रभारी को क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को चिन्हित कर रिर्पोट भी सौंप दी गई है.

संगठन को प्रमुखता से सर्वोपरी मानते हैं, उन्हे मिल सकता है मंत्रीपद 

जिन्होंने भी क्रॉस वोटिंग की है उन्हें तो कांग्रेस मंत्री पद देने से भी रहा. वैसे विधायक जो अपने संगठन को प्रमुखता से सर्वोपरी मानते हैं. उन्हे मंत्रीपद मिलने की सम्भावना प्रबल दिख रही है.

संगठनात्मक मजबूती के लिय मंत्रियों को सौंपा था जिलों का प्रभार 

गौरतलब हो कि कांग्रेस के मंत्रियों को जिलों में संगठनात्मक मजबूती के लिय एक मंत्री को छह जिला का प्रभार सौंपा गया था. जिससे संगठन की मजबूती के साथ -साथ पार्टी और सरकार के साथ आम लोगों की दूरी को कम करते हुए जनसुनवाई हर शनिवार को करने का निर्देश दिया गया था. अगर देखा जाय तो एकाध विधायक को छोड़कर किसी का भी काम का परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा. कांग्रेस प्रभारी ने इसपर भी नाराजगी जताई है. पार्टी द्वारा चलाए गए सदस्यता अभियान में सक्रियता के साथ साथ सबकी भूमिका को भी आंकने में जुटे हुए हैं.

जिलाध्यक्षों के लिय प्रभारी ले रहे हैं इन्टरव्यू 

जिलाध्यक्ष के लिय प्रभरी इन्टरव्यू ले रहे हैं.इसका पैमाना रखा गया है कि कौन कितना सदस्य को पार्टी से जोड़ा है. पार्टी के  कौन -कौन से कार्यक्रम में शामिल हुए.आगामी चुनाव को लेकर कार्य करने की योजना क्या क्या हैं.

पार्टी ने मंत्रियों को दिये थे यह टास्क

1. प्रखंड का दौरा कर जनसुनवाई करना, अंचल प्रशासन के साथ जन शिकायत को दूर करना
2. मंत्रियों के साथ कोऑर्डिनेशन बनाकर कांग्रेस के घोषणा पत्र का क्रियान्वयन और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिय काम करना

3. पार्टी के मुद्दे और छवि को बढ़ाने का कार्य

4. गठबंधन और संगठन के बिच की दूरी को पाटने का कार्य करना